Cricket
“MS Dhoni और Virat Kohli डरते थे Yuvraj से” – योगराज सिंह का बड़ा बयान, बोले ‘दोनों थे बैकस्टैबर’
पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने किया सनसनीखेज दावा, बोले – “युवराज सिंह भारत के सबसे महान खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें टीम की राजनीति ने पीछे धकेल दिया”
टीम इंडिया के दिग्गज युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को लेकर उनके पिता और पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह (Yograj Singh) ने एक बार फिर चौंकाने वाला बयान दिया है।
InsideSport को दिए इंटरव्यू में योगराज ने दावा किया कि एमएस धोनी (MS Dhoni) और विराट कोहली (Virat Kohli) युवराज की प्रतिभा से “डरते थे” और उन्होंने अपने हितों के लिए उनके बेटे को टीम से दूर रखा।
योगराज ने कहा —
“इस खेल में कोई दोस्त नहीं होता। सफलता, पैसा और शोहरत सब कुछ बदल देता है। कई ऐसे लोग थे जो युवराज से डरते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि वह उनकी कुर्सी छीन लेगा। यहां तक कि धोनी और कोहली जैसे खिलाड़ी भी उससे डरते थे। वे सब बैकस्टैबर थे।”

“युवराज भारत का सबसे महान क्रिकेटर है”
योगराज सिंह ने इंटरव्यू में अपने बेटे की तुलना भारत के दिग्गज खिलाड़ियों से की और कहा कि युवराज कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली जैसे सभी से ऊपर हैं।
उन्होंने कहा —
“अगर आप ऑलराउंडर की बात करें तो कपिल देव हैं, लेकिन अगर बल्लेबाजों की बात करें तो युवराज सिंह सबसे ऊपर हैं। अगर उसे पूरा मौका मिलता, तो वह 200 टेस्ट मैच खेलता और 200 शतक लगा देता। भगवान ने उसे एक खास खिलाड़ी बनाकर भेजा था।”
“राजनीति ने खत्म किया युवराज का टेस्ट करियर”
योगराज सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय टीम प्रबंधन ने हमेशा युवराज के साथ अन्याय किया।
उन्होंने कहा —
“टीम के अंदर राजनीति ने उसके करियर को बर्बाद कर दिया। जब वह 2007 और 2011 में भारत को वर्ल्ड कप जिताने वाला हीरो था, तब भी कुछ लोगों को उसकी सफलता बर्दाश्त नहीं हुई।”
योगराज का इशारा साफ तौर पर उस दौर की ओर था जब युवराज 2011 वर्ल्ड कप के बाद कैंसर से जूझ रहे थे और उनकी वापसी के बाद उन्हें टीम में स्थायी जगह नहीं दी गई।
धोनी और कोहली पर निशाना
योगराज सिंह ने अपने बयान में सीधे धोनी और कोहली का नाम लेते हुए कहा —
“धोनी और कोहली युवराज से डरते थे। उन्हें लगता था कि वह उनकी कुर्सी ले लेगा। इसलिए उन्हें पीछे रखा गया। लेकिन भगवान जानता है कि युवराज जैसा खिलाड़ी बार-बार नहीं आता।”
हालांकि, इस पर अभी तक एमएस धोनी, विराट कोहली, या युवराज सिंह की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

युवराज का सुनहरा करियर
युवराज सिंह भारत के लिए 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीत के हीरो रहे।
2011 के टूर्नामेंट में उन्होंने प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की, लेकिन उनका करियर धीरे-धीरे ढलान पर चला गया।
फैंस आज भी युवराज की इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों पर 6 छक्के और 2011 वर्ल्ड कप में उनके आंसुओं से भरे जज़्बे को याद करते हैं।
सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
योगराज के इस बयान के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है।
कुछ फैंस ने कहा कि “योगराज फिर से पुरानी बातें उखाड़ रहे हैं,”
वहीं कुछ ने लिखा — “वो सही कह रहे हैं, युवराज जैसा खिलाड़ी भारत को दोबारा नहीं मिलेगा।”
