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Uttarakhand

उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही 2 मजदूरों की मौत 7 लापता चारधाम यात्रा पर रोक

यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन होटल के पास लेबर कैंप बहा, राहत-बचाव में जुटा प्रशासन, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद राहत-बचाव कार्य में जुटी एसडीआरएफ की टीम (फाइल फोटो)

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार तड़के आई प्राकृतिक आपदा ने फिर एक बार प्रदेश को दहला दिया। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के सिलाई क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसमें दो मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि सात अन्य अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। हादसे के वक्त ये सभी मजदूर एक निर्माणाधीन होटल के पास स्थित लेबर कैंप में रह रहे थे।

घटना सुबह करीब 4 बजे की बताई जा रही है, जब भारी बारिश के साथ अचानक हुए क्लाउडबर्स्ट ने पूरे इलाके को जलमग्न कर दिया। इस आपदा की चपेट में 19 मजदूर आए, जिनमें से 10 को समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि बाकी 9 लापता हो गए। यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले इस मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जिससे चारधाम यात्रा पर भी रोक लगानी पड़ी है।

उत्तरकाशी पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने तेजी से बचाव कार्य शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, दो लापता मजदूरों के शव तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास यमुना नदी के किनारे से बरामद किए गए हैं, जो घटनास्थल से करीब 18 किलोमीटर दूर है। सब-इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, बाकी सात की तलाश लगातार जारी है

घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने भी अगले 48 घंटों तक उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। स्थानीय प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की सलाह दी है और पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

बाढ़ और भूस्खलन की मार झेल रहे उत्तराखंड में हर साल मानसून एक चुनौती बनकर आता है। इस हादसे ने एक बार फिर राज्य में आपदा प्रबंधन की तैयारियों और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषकर ऐसे इलाकों में जहां विकास कार्य जारी हैं, वहां मजदूरों की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रावधान की आवश्यकता है।

दैनिक डायरी आपसे अपील करता है कि यदि आप या आपका कोई परिचित चारधाम यात्रा पर जाने की योजना बना रहा है, तो फिलहाल मौसम सामान्य होने तक इंतजार करें और प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करें।

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