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मुरादाबाद में बाढ़ का डर! रामगंगा नदी ने पार किया खतरे का स्तर
मुरादाबाद की कॉलोनियों में घुसा कुड़का नदी का पानी, झांसी के सिमरदा बांध में फिर दो युवकों की मौत, चंदौली और पीलीभीत में बिगड़े हालात

उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। कहीं नदियां उफान पर हैं तो कहीं जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू तो हुए हैं, लेकिन कई जगहों पर हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं।
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मुरादाबाद में सड़कों पर नदी का सैलाब
मुरादाबाद जिले में कुड़का नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से पानी ने खेतों और गांवों को पार करते हुए शहर की कॉलोनियों में दस्तक दे दी है। पानी इतना अधिक है कि सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं। घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां पूरी तरह डूब गईं हैं और कई लोग अपने घरों की छतों पर जाकर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। निचले इलाकों की दुकानों में पानी भर जाने से व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। नगर निगम की ओर से मोटर पंप लगाकर जल निकासी की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन भारी बारिश ने प्रयासों को विफल कर दिया है।
झांसी का सिमरदा बांध बना जानलेवा पिकनिक स्पॉट
झांसी के सिमरदा बांध ने एक बार फिर दो जिंदगियां निगल ली हैं। बताया जा रहा है कि दो दोस्त बांध में नहाने उतरे थे। पहले एक युवक गहरे पानी में फंसा, तो दूसरा उसे बचाने गया, लेकिन दोनों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बीते 23 दिनों में इस बांध में चार युवाओं की जान जा चुकी है। फिर भी, वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आते। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सिमरदा बांध में नहाने पर पाबंदी लगाई जाए और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।

चंदौली में गंगा की बाढ़ का तांडव
पूर्वी उत्तर प्रदेश का चंदौली जिला भी गंगा की बाढ़ से जूझ रहा है। नियमताबाद, चहनियां और दानापुर ब्लॉक के 45 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। गंगा का पानी तेजी से घरों में घुस रहा है, जिससे बहादुरपुर, मनिहा, कुंडाकला और शहजोर जैसे गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। प्रशासन की ओर से 100 से ज्यादा मकानों को खाली कराया गया है और प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक पीने के पानी और भोजन की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है।
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पीलीभीत में पानी बना आफत, मछलियां पकड़ते दिखे लोग
पीलीभीत में हो रही मूसलधार बारिश ने शहर की शक्ल ही बदल दी है। चारों ओर पानी-पानी नजर आ रहा है। बाढ़ खंड, सिंचाई विभाग, डीआईओएस कार्यालय और नगर पालिका सहित दर्जनों सरकारी दफ्तर पानी में डूब चुके हैं। दिन में भी सड़कों पर अंधेरा पसरा हुआ है और गाड़ियों की हेडलाइट व स्ट्रीट लाइट जलाकर रास्ता देखा जा रहा है। कुछ जगहों पर लोग पानी में मछलियां पकड़ते हुए नजर आए, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रशासन की चुनौती और जनता की उम्मीद
इन आपदाओं ने प्रशासन के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन तेज बारिश ने हर जिले में इन प्रयासों को कमजोर कर दिया है। लोगों की उम्मीदें अब सिर्फ प्रशासन की तत्परता और राहत कार्यों की गुणवत्ता पर टिकी हैं।
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