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ईडन गार्डन्स पिच विवाद पर बोले सौरव गांगुली – “टेस्ट से चार दिन पहले BCCI अपने क्यूरेटर्स भेज देती है”
भारत–दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट तीन दिन में खत्म होने के बाद पिच को लेकर उठे सवालों पर CAB अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया, कहा—मेरी कोई भूमिका नहीं, BCCI क्यूरेटर्स करते हैं पूरा नियंत्रण।
भारत और दक्षिण अफ़्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच तीन दिन में ही समाप्त हो गया। बल्लेबाज़ी के लिए ख़तरनाक होती जा रही पिच ने खेल को बेहद मुश्किल बना दिया था, जिसके बाद सोशल मीडिया और क्रिकेट जगत में पिच तैयारी पर सवाल उठने लगे।
इन्हीं सवालों के बीच क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने साफ कहा कि टेस्ट मैच से पहले पिच की पूरी जिम्मेदारी BCCI की टीम संभालती है और CAB का दखल लगभग शून्य होता है।
“टेस्ट से चार दिन पहले BCCI क्यूरेटर्स पिच का नियंत्रण ले लेते हैं” — गांगुली
एक इंटरव्यू में गांगुली ने बताया:
“नहीं, मैं बिल्कुल भी इसमें शामिल नहीं होता। BCCI के क्यूरेटर्स टेस्ट मैच से चार दिन पहले ही यहां पहुंच जाते हैं और पिच की तैयारी की ज़िम्मेदारी पूरी तरह अपने हाथ में ले लेते हैं। हमारी ओर से भी क्यूरेटर मौजूद होते हैं, लेकिन अंतिम फैसले और काम BCCI का होता है।”
गांगुली के इस बयान ने साफ कर दिया कि ईडन की पिच को लेकर CAB की भूमिका बहुत सीमित है।
“पिच उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी” — BCCI अध्यक्ष रह चुके गांगुली का स्वीकार
मैच में भारतीय टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर दोनों ही बुरी तरह फेल रहे। बल्लेबाज़ों की तकनीक और शॉट सिलेक्शन की आलोचना हुई, लेकिन पिच की अनियमित उछाल और तेज टूटने ने भी खेल को प्रभावित किया।
गांगुली ने इस पर कहा:
“पिच महान नहीं थी, मैं यह मानता हूँ। बल्लेबाज़ों को बेहतर क्रिकेटिंग सरफेस मिलनी चाहिए थी। इस मैच में पिच बल्लेबाज़ी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हुई।”
उन्होंने यह भी माना कि अचानक टूटती पिच ने बल्लेबाज़ों के मन में असुरक्षा पैदा की, जिससे प्रदर्शन और प्रभावित हुआ।

टेस्ट मैच का 3 दिन में खत्म होना: क्या था वजह?
हाल के वर्षों में भारतीय पिचों पर तेज़ी से गिरते विकेट अब आम बात हो गई है। ईडन गार्डन्स की यह पिच—
- तेज़ टूट रही थी
- उछाल असमान था
- गेंद अचानक नीची रहती थी
- स्पिन और सीम दोनों को मदद मिल रही थी
कई पूर्व क्रिकेटर्स ने कहा कि ऐसे विकेट पर तकनीक नहीं, किस्मत ज़्यादा काम करती है।
पिच विवाद पर फिर से उठा पुराना सवाल: “कौन है असली जिम्मेदार?”
भारत में पिच प्रबंधन हमेशा से चर्चा का विषय रहा है।
गांगुली के बयान के बाद अब यह साफ है कि:
- टेस्ट मैच पिच की अंतिम तैयारी BCCI क्यूरेटर करते हैं
- स्थानीय एसोसिएशन के पास सीमित नियंत्रण है
- अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले BCCI प्रोटोकॉल लागू होता है
यह पहली बार नहीं जब ईडन की पिच सवालों में आई हो। लेकिन इस बार मैच का तीन दिन में खत्म होना विवाद और गहरा कर गया।
आगे क्या?
BCCI पिच और ग्राउंड कमिटी से रिपोर्ट तलब कर सकती है। वहीं CAB ने संकेत दिया कि भविष्य में BCCI के साथ अधिक समन्वय करके ऐसी स्थिति से बचने की कोशिश की जाएगी।
भारत—दक्षिण अफ्रीका की अगली भिड़ंत से पहले यह चर्चा ज़रूर जारी रहेगी कि खिलाड़ियों को बेहतर पिच कब और कैसे मिलेगी।
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