Cricket
Shubman Gill की कप्तानी में विराट कोहली की झलक हेडिंग्ले में दोहरा शतक बना मिसाल
गिल ने इंग्लैंड में जड़ा 269 रन का विशाल स्कोर, कप्तानी में कोहली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा, खेल प्रेमियों में खुशी की लहर

भारतीय क्रिकेट के नए उभरते सितारे शुभमन गिल ने एक बार फिर अपने बल्ले से इतिहास रच दिया है। हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए गिल ने शानदार दोहरा शतक जड़ा और पूर्व कप्तान विराट कोहली की यादें ताजा कर दीं। गिल का यह 269 रन का स्कोर न सिर्फ उनकी क्लास को बयां करता है, बल्कि यह इंग्लैंड की धरती पर किसी भारतीय कप्तान का अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी है।
रन मशीन बनने की दिशा में पहला ठोस कदम यही कहा जा सकता है इस प्रदर्शन को देखकर। द इंडियन टीम के नए कप्तान ने विराट कोहली की तरह कप्तानी डेब्यू पर शतक जमाया और दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक – बिल्कुल कोहली की ही तरह। इतना ही नहीं, जिस दिन वे 269 पर आउट हुए, वह विराट कोहली का टेस्ट कैप नंबर भी था – 269!
द फॉर्मर नंबर 18 की विरासत को आगे बढ़ा रहे इस युवा बल्लेबाज ने न सिर्फ तकनीकी स्तर पर अपने खेल को परखा है, बल्कि मानसिक दृढ़ता और जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई है। गिल के बल्ले से निकले हर रन में उनकी सालों की मेहनत, गांव की गलियों में की गई नेट प्रैक्टिस और पिता द्वारा रखी गई सख्त क्रिकेटिंग डिसिप्लिन साफ झलकती है।
हेडिंग्ले में खेले गए इस मैच में गिल ने कुल 387 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 25 बार फॉल्स शॉट खेले। और यह तब है जब उन्होंने अपने सभी नैचुरल स्ट्रोक्स – रिवर्स स्वीप, कवर ड्राइव और एरियल हिट्स – को खुले दिल से खेला। यह उनके आत्मविश्वास का परिचायक है कि कप्तानी का दबाव उनके खेल को बिल्कुल भी नहीं डगमगा पाया।
द ऑलराउंडर फाइटर रविंद्र जडेजा, जिन्होंने सबसे ज्यादा वक्त गिल के साथ पिच पर बिताया, ने कहा, “जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऐसा नहीं लग रहा था कि वह कप्तान हैं या उन पर कोई अतिरिक्त दबाव है। ऐसा लग रहा था जैसे वो आउट ही नहीं होंगे।”
गौरतलब है कि इस सीरीज की शुरुआत में गिल का टेस्ट औसत 36 से भी नीचे था। लेकिन इस जबरदस्त प्रदर्शन के बाद उनका औसत 40.64 तक पहुंच गया है। ये आंकड़ा सिर्फ एक शतक नहीं, बल्कि उस संघर्ष और लक्ष्य की कहानी है जो गिल ने अपने बचपन से लेकर आज तक बुनी है।
आज जब गिल मैदान पर उतरते हैं, तो उनका आत्मविश्वास, फिटनेस और नियंत्रण किसी अनुभवी योद्धा की तरह होता है। IPL 2025 में भी उन्होंने 650 रन बनाए थे, वो भी 155.87 की स्ट्राइक रेट से – और वहां भी हर 9वीं गेंद पर ही फॉल्स शॉट। यह इंगित करता है कि चाहे फॉर्मेट कोई भी हो, गिल अब भारतीय बल्लेबाजी के सबसे भरोसेमंद स्तंभ बनते जा रहे हैं।
अब जब भारत को अगला टेस्ट खेलने जाना है, तो सवाल सिर्फ यह नहीं है कि गिल फॉर्म में हैं या नहीं, बल्कि यह है – क्या हम क्रिकेट इतिहास के अगले लीजेंड को देख रहे हैं?