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विराट कोहली से बात नहीं धक्के दो – शोएब अख्तर के विवादित बयान से मचा क्रिकेट जगत में हड़कंप
पूर्व पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर ने कहा—कोहली को आउट करना है तो उससे बातचीत मत करो, उसे पिच पर परेशान करो।” जानिए उनके ‘माइंड गेम’ प्लान के पीछे की पूरी रणनीति।

भारतीय क्रिकेट फैंस के चहेते और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली अक्सर अपने आक्रामक अंदाज़, अनुशासित फिटनेस और मैच विनिंग पारी के लिए सुर्ख़ियों में रहते हैं। लेकिन इस बार सुर्ख़ियों में हैं पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज़ शोएब अख्तर—जिन्होंने विराट को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिससे क्रिकेट प्रेमी हैरान भी हैं और नाराज़ भी।
शोएब अख्तर ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “विराट कोहली से बात ही नहीं करनी है, उसे बस धक्के-धुक्के देने हैं।” उन्होंने यह बात मज़ाक के अंदाज़ में नहीं, बल्कि पूरी गंभीरता के साथ उस रणनीति के तहत कही, जिससे वो मौजूदा गेंदबाज़ों को कोहली को आउट करने का तरीका सुझा रहे थे।
कोहली को उसके फोकस से हटाओ..
शोएब, जिन्हें क्रिकेट जगत में ‘Rawalpindi Express’ कहा जाता है, ने आगे कहा, “अगर विराट कोहली बल्लेबाज़ी में बिज़ी हो गया, तो मैच जीता देगा। इसलिए उसे पिच पर बिज़ी मत होने दो, उसे अपने साथ उलझाओ।” यह साफ है कि अख्तर को पता है कि कोहली का मानसिक संतुलन और फोकस उसके खेल की सबसे बड़ी ताकत है। ऐसे में उनके हिसाब से स्लेजिंग और माइंड गेम ही एकमात्र तरीका है जिससे विराट की लय बिगाड़ी जा सकती है।
क्या यह सम्मानजनक है?
शोएब अख्तर का यह बयान सोशल मीडिया पर ज़ोरों से वायरल हो रहा है। कुछ फैंस इसे ‘खेल का हिस्सा’ मान रहे हैं, तो कुछ इसे विराट जैसे खिलाड़ी का अपमान बता रहे हैं। कोहली, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट और T20 फॉर्मेट से संन्यास लिया है, अब केवल वनडे और IPL में सक्रिय हैं, और अपनी फिटनेस और रन बनाने की भूख से लगातार विरोधियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।
एक्सपर्ट की भूमिका में भी पुराने तेवर
क्रिकेट से रिटायर होने के बाद शोएब अख्तर अब एक एक्सपर्ट की भूमिका में टीवी चैनलों और YouTube चैनल Shoaib Akhtar Official” पर नज़र आते हैं, जहां वह अपने बेबाक और कभी-कभी विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं।
कोहली की बात करें तो, चाहे मैदान हो या माइंड गेम, वह हर चुनौती का जवाब बल्ले से देना जानते हैं। और शायद यही वजह है कि विरोधी टीमें उनकी मानसिक स्थिति को निशाना बनाने की रणनीति तैयार करती हैं।