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जैसलमेर में लगी भीषण आग: लग्जरी टेंट रिज़ॉर्ट में धधकी लपटें, 5 टेंट जलकर राख — प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
राजस्थान के जैसलमेर में गुरुवार रात एक लग्जरी टेंट रिज़ॉर्ट में आग लगने से अफरातफरी मच गई। हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लाखों का सामान राख हो गया।
राजस्थान के जैसलमेर में गुरुवार रात एक भयानक आग ने शाही रेगिस्तानी सुकून को कुछ ही पलों में दहशत में बदल दिया। प्रसिद्ध जैन रिज़ॉर्ट में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अचानक आग भड़क उठी और देखते ही देखते पाँच लग्जरी टेंट पूरी तरह जलकर राख हो गए।
कार्यक्रम के दौरान लगी आग, मचा हड़कंप
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 9 बजे एक टेंट में अचानक आग लगी। उस समय रिज़ॉर्ट में लोक संगीत और कालबेलिया नृत्य का कार्यक्रम चल रहा था। तेज़ रेगिस्तानी हवाओं ने आग को कुछ ही मिनटों में बगल के टेंटों तक फैला दिया।
पर्यटक घबराकर बाहर भागने लगे, जबकि स्टाफ और कुछ स्थानीय लोग बाल्टियों से रेत डालकर आग बुझाने की कोशिश करते रहे।

पुलिस अधिकारी बगदू राम ने बताया —
“आग इतनी तेज़ी से फैली कि इसे काबू में लाने में लगभग 30 मिनट लग गए। कई पर्यटकों का सामान और महंगी फर्नीचर पूरी तरह नष्ट हो गए।”
फायर ब्रिगेड नदारद, स्थानीयों में गुस्सा
हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और नगरपालिका पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि इस इलाके में हर साल ऐसी घटनाएं होती हैं, फिर भी फायर ब्रिगेड की कोई टीम मौके पर मौजूद नहीं थी।
एक निवासी ने कहा, “हर साल यहां टेंट सिटी बनती है, पर्यटकों की भीड़ रहती है, लेकिन फायर सेफ्टी के नाम पर कुछ नहीं किया जाता।”
पुलिस अधिकारी बगदू राम ने भी माना कि आमतौर पर पर्यटन सीज़न में फायर टेंडर नज़दीक तैनात रहता है, लेकिन हादसे के समय मौजूद नहीं था।
टूरिस्ट सीज़न का चरम, बड़ी त्रासदी टली
सौभाग्य से हादसे में कोई जानमाल की हानि नहीं हुई क्योंकि ज्यादातर पर्यटक कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे और अपने टेंट में नहीं थे।
आग लगने के तुरंत बाद उन्हें सुरक्षित स्थानों पर अन्य टेंटों में शिफ्ट कर दिया गया।
जैसलमेर के कनोई से सैम गांव तक हर साल लगभग 10 किलोमीटर तक टेंट सिटी बसती है। यहां के रिसॉर्ट्स में 20 से लेकर 100 तक लग्जरी टेंट होते हैं, जिनमें देश-विदेश के सैलानी ठहरते हैं। दीवाली से जनवरी तक यह इलाका पर्यटन के चरम पर होता है।
लाखों का नुकसान, जांच जारी
आग में महंगे फर्नीचर, एसी यूनिट्स, जनरेटर और इलेक्ट्रिक फिटिंग जल गए। अनुमान है कि नुकसान कई लाख रुपये का हुआ है।
पुलिस ने कहा कि आग के कारणों की जांच जारी है, हालांकि प्रारंभिक रूप से शॉर्ट सर्किट या खुले फ्लेम से आग लगने की आशंका जताई जा रही है।

प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय निवासियों और पर्यटक संघों ने मांग की है कि टेंट सिटी क्षेत्रों में फायर ब्रिगेड और आपदा राहत दल की स्थायी तैनाती की जाए। पिछले साल भी इसी इलाके में एक छोटी आग लगी थी, जिसे समय रहते बुझा दिया गया था।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने नाराज़गी जताई। एक यूजर ने लिखा —
“28 लोगों की बस दुर्घटना के बाद अब यह घटना, जैसलमेर प्रशासन कब जागेगा?”
हाल ही में हुआ था बड़ा हादसा
उल्लेखनीय है कि 14 अक्टूबर को जैसलमेर–जोधपुर हाईवे पर एक स्लीपर बस में आग लगने से 28 यात्रियों की मौत हो गई थी। इस ताज़ा घटना ने फिर से सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष
जैसलमेर की रेत में बसे लग्जरी टेंट रिज़ॉर्ट अब सुरक्षा व्यवस्थाओं की आग में झुलसते दिख रहे हैं। पर्यटन सीज़न के बीच हुई इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। राहत की बात यह रही कि इस बार किसी की जान नहीं गई, लेकिन चेतावनी साफ है — अगर सुरक्षा उपाय नहीं बढ़ाए गए, तो अगली बार यह लपटें और भी भयावह हो सकती हैं।
