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India is Majestic बोले शुभांशु तो गूंज उठा अंतरिक्ष में फिर एक बार सारे जहां से अच्छा
प्रधानमंत्री मोदी से अंतरिक्ष से हुई बातचीत ने राकेश शर्मा और इंदिरा गांधी की 41 साल पुरानी ऐतिहासिक बात को फिर से जीवंत कर दिया

नई दिल्ली
भारत के लिए शनिवार का दिन एक बार फिर अंतरिक्ष इतिहास में दर्ज हो गया। Axiom-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने जब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संवाद किया, तो उनकी एक लाइन ने पूरे देश को गर्व से भर दिया
यह वही क्षण था, जिसने 41 साल पहले राकेश शर्मा की आवाज़ में गूंजे उस अमर वाक्य को फिर से जिंदा कर दिया — “सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे पूछा था, अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है?
इस बार सवाल नहीं पूछा गया, पर जवाब फिर भी वही मिला — गर्व, भावुकता और राष्ट्रप्रेम से भरा हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु से बातचीत करते हुए कहा,
आप जैसे युवा वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्री भारत के भविष्य का रास्ता बना रहे हैं। आप भारत के युवा सपनों की उड़ान हो।

शुभांशु शुक्ला का यह मिशन सिर्फ एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह उस नए भारत की पहचान है जो अब न सिर्फ पृथ्वी पर बल्कि अंतरिक्ष में भी अपनी छाप छोड़ रहा है। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि वे भारतीय झंडा और भगवान गणेश की मूर्ति अपने साथ लेकर गए हैं — एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक संगम का प्रतीक।
जहां राकेश शर्मा का दौर भारत के लिए पहली बार अंतरिक्ष छूने जैसा था, वहीं शुभांशु का मिशन नए भारत के अंतरिक्ष युग की शुरुआत है। अब भारत सिर्फ अंतरिक्ष में पहुंचने वाला देश नहीं, बल्कि वहां नेतृत्व करने वाला देश बनने की दिशा में है।
41 साल, दो प्रधानमंत्रियों, दो अंतरिक्ष यात्रियों और एक ही भावना — भारत को देखना गर्व से कहना यह वाकई अद्भुत है।
