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Health

193/110 का ब्लड प्रेशर मज़ाक नहीं — डॉक्टर बोले “यह स्ट्रोक की चेतावनी है, तुरंत करवाएं जांच”

58 वर्षीय मरीज ने साझा की चिंता, डॉक्टरों ने बताया — यह ‘हाइपरटेंसिव क्राइसिस’ है, समय पर इलाज ही बचा सकता है जान

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193/110 ब्लड प्रेशर पर डॉक्टर बोले — यह स्ट्रोक की चेतावनी है, तुरंत कराएं जांच
“193/110 ब्लड प्रेशर को डॉक्टर ने बताया ‘रेड फ्लैग’, तुरंत जांच और इलाज ही बचा सकता है जान”

अगर आपका ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) 193/110 mmHg तक पहुंच जाए, तो सावधान हो जाइए — यह सिर्फ एक ऊँचा नंबर नहीं, बल्कि स्ट्रोक या दिल के दौरे की चेतावनी है। हाल ही में एक 58 वर्षीय व्यक्ति ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Quora पर अपनी स्थिति साझा करते हुए लिखा,

“मेरा ब्लड प्रेशर 193/110 है। अर्जेंट केयर पर गया, उन्होंने स्ट्रोक प्रोटोकॉल देखा और कहा कि मुझे अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए, लेकिन अपॉइंटमेंट हफ्तों बाद है। क्या मैं खतरे में हूं?”

इस पर मुंबई के Wockhardt Hospitals के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. परिन सांगोई (Dr Parin Sangoi) ने जवाब देते हुए कहा कि इतना अधिक ब्लड प्रेशर किसी भी स्थिति में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

“यह हाइपरटेंसिव क्राइसिस है”

डॉ. सांगोई के अनुसार 193/110 mmHg को चिकित्सा भाषा में “Hypertensive Crisis” कहा जाता है।
उन्होंने स्पष्ट किया —

“भले ही व्यक्ति को कोई लक्षण न हों, यह स्थिति बेहद खतरनाक है। ऐसे में तुरंत चिकित्सकीय जांच और इलाज जरूरी है, क्योंकि यह स्ट्रोक, दिल का दौरा या किडनी फेल्योर जैसी जटिलताओं को जन्म दे सकती है।”

क्या करें जब ब्लड प्रेशर इतना बढ़ जाए?

डॉक्टरों के मुताबिक, अगर आपका BP 180/120 mmHg से अधिक है, तो तुरंत कदम उठाएं —

  1. तुरंत डॉक्टर या इमरजेंसी रूम में जाएं।
  2. घरेलू उपचार या देरी न करें।
  3. BP को बार-बार मापें — सुबह-शाम दो बार।
  4. शराब, धूम्रपान और नमक से परहेज़ करें।
  5. गहरी सांसें लें, शांत रहें, क्योंकि घबराहट BP को और बढ़ा सकती है।

क्या हाई BP से स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है?

जी हाँ। लगातार ऊँचा ब्लड प्रेशर धमनियों की दीवारों पर दबाव डालता है, जिससे उनका आकार बदल जाता है। इससे मस्तिष्क में ब्लड क्लॉट बनने का खतरा बढ़ जाता है — और यही स्ट्रोक (Stroke) का मुख्य कारण है।

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कई अध्ययनों के अनुसार, 50 की उम्र के बाद अगर BP बार-बार 180 से ऊपर जाता है, तो स्ट्रोक का खतरा 4 गुना तक बढ़ सकता है।

डॉक्टर की सलाह

डॉ. सांगोई ने कहा —

“अगर किसी का ब्लड प्रेशर 190/110 से अधिक है, तो इसे ‘रेड फ्लैग’ मानना चाहिए। डॉक्टर से मिलने का इंतजार न करें, बल्कि तुरंत मेडिकल सुविधा प्राप्त करें। हर मिनट महत्वपूर्ण होता है।”

उन्होंने यह भी बताया कि कई बार मरीज को कोई लक्षण महसूस नहीं होते, लेकिन अंदरूनी क्षति शुरू हो चुकी होती है — जैसे दिल की दीवारों का मोटा होना, किडनी पर असर, या मस्तिष्क में रक्त संचार का असंतुलन।

लंबे समय के लिए क्या करें?

  • डॉक्टर के परामर्श से ब्लड प्रेशर दवा शुरू करें।
  • रोजाना 30 मिनट पैदल चलें।
  • कम सोडियम वाला आहार लें।
  • तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग या साँस लेने के व्यायाम अपनाएँ।

निष्कर्ष

193/110 mmHg का ब्लड प्रेशर किसी भी हालत में ‘सामान्य’ नहीं है। अगर आप या आपके परिजन ऐसी स्थिति में हों, तो “प्राथमिक डॉक्टर के इंतज़ार” के बजाय तुरंत इमरजेंसी वार्ड में जाएं।
ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण सिर्फ दवाओं से नहीं बल्कि जीवनशैली के बदलावों से भी संभव है।

याद रखें —

“स्ट्रोक और हार्ट अटैक अचानक नहीं आते, वे वर्षों से बढ़ते ब्लड प्रेशर का परिणाम होते हैं।”

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