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एलिसा हीली का धमाका: 142 रनों की ऐतिहासिक पारी से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया, महिला वनडे क्रिकेट में बना रिकॉर्ड चेज़
स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल की दमदार साझेदारी के बावजूद एलिसा हीली के शतक ने पलट दिया मैच, ऑस्ट्रेलिया ने 331 रन के लक्ष्य का पीछा कर रचा इतिहास।

रविवार का दिन महिला क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। एलिसा हीली (Alyssa Healy) की तूफानी शतकीय पारी ने भारत के खिलाफ मुकाबले को ऐसा मोड़ दिया जिसे कोई भूल नहीं पाएगा। आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 के ग्रुप मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत द्वारा दिए गए 331 रनों के लक्ष्य को 3 विकेट शेष रहते हुए हासिल कर लिया। यह महिला वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा सफल रन चेज़ बन गया।
भारत की शानदार शुरुआत — मंधाना और रावल ने रचा इतिहास
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत की ओपनर स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने 24.3 ओवरों में 155 रनों की धमाकेदार साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दी।
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मंधाना ने 66 गेंदों में 80 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इस दौरान उन्होंने महिला वनडे क्रिकेट में 5,000 रन पूरे किए, और ऐसा करने वाली भारत की पहली और सबसे तेज़ खिलाड़ी बनीं।
वहीं, प्रतिका रावल ने 96 गेंदों में 75 रन ठोके। दोनों बल्लेबाजों की जोड़ी ने इस कैलेंडर वर्ष में अपनी छठी शतकीय साझेदारी की — जो भारत की ओर से दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
मंधाना ने अपनी पारी में एलेगेंस और एग्रेशन का परफेक्ट मिश्रण दिखाया। उन्होंने सोफी मोलिन्यूक्स की गेंद पर 18 रन लेकर पारी की गति को नई ऊंचाई दी।
बीच ओवरों में झटका लेकिन निचले क्रम ने संभाली पारी
मंधाना और रावल के आउट होने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर (22 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (33 रन) ने तेज़ रन जोड़े, लेकिन कोई भी लंबी पारी नहीं खेल सका।

अंत में ऋचा घोष (32 रन, 22 गेंदों में) ने छोटे लेकिन प्रभावशाली शॉट्स खेले। हालांकि, एन्नाबेल सथरलैंड ने अपनी घातक गेंदबाज़ी से भारत की पारी को रोक दिया। उन्होंने 5 विकेट लेकर 40 रन दिए और भारत को 48.5 ओवर में 330 रन पर रोक दिया।
ऑस्ट्रेलिया की रन चेज़ कहानी — हीली ने दिखाया कप्तानी का क्लास
लक्ष्य का पीछा करते हुए एलिसा हीली ने भारतीय गेंदबाज़ों के खिलाफ शानदार आक्रामकता दिखाई। उन्होंने 107 गेंदों में 142 रन बनाए, जिसमें 21 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
शुरुआत में उन्होंने फीबी लिचफील्ड (40 रन) के साथ 85 रनों की साझेदारी की, जिसके बाद एश्ले गार्डनर (45 रन) के साथ 95 रन जोड़कर टीम को मजबूती दी।
हीली ने अपनी पारी के दौरान भारतीय गेंदबाज क्रांति गौड़ के खिलाफ भी पलटवार किया — जिन्हें पहले वह कई बार अपना विकेट दे चुकी थीं। इस बार उन्होंने उनके ओवर में एक छक्का और तीन चौके जड़कर दबदबा कायम किया।
उन्होंने अपनी पारी में हर गेंदबाज़ को सटीक प्लेसमेंट और टाइमिंग से छकाया। तेज़ गेंदबाज़ स्नेह राणा को उन्होंने स्वीप और स्लॉग से चकित कर दिया।
हीली का शतक, इतिहास का नया अध्याय
हीली ने अपना छठा वनडे शतक पूरा किया — और यह उनका पहला शतक कप्तान के रूप में था। वह भारत के खिलाफ वनडे में शतक लगाने वाली तीसरी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बनीं।
जब हीली 142 रन बनाकर आउट हुईं, तो मैच कुछ देर के लिए रोमांचक हो गया। भारत ने त्वरित तीन विकेट लेकर स्कोर 303/7 तक पहुंचाया।
लेकिन अनुभवी एलीस पेरी (47* रन) ने शांत दिमाग से खेलते हुए मैच को अंत तक पहुंचाया और एक शानदार छक्का लगाकर जीत सुनिश्चित की।
विश्व कप प्वाइंट्स टेबल पर ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया 7 अंकों के साथ ग्रुप टेबल में शीर्ष पर पहुंच गया, जबकि भारत 4 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है
हीली का बयान – “यह मेरा दिन था”
मैच के बाद हीली ने कहा,
“कभी-कभी आपको लय नहीं मिलती, लेकिन जब टीम को जरूरत होती है तो बस आपको लड़ना होता है। आज का दिन मेरे लिए खास था और मैं खुश हूं कि टीम के लिए योगदान दे पाई।”
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