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हरियाणा पुलिस में दो मौतों ने मचाई सनसनी – आईपीएस पूरण कुमार और एएसआई संदीप लाठर केस में खुलासा दर खुलासा

जातिगत भेदभाव से लेकर भ्रष्टाचार के आरोप और अब आत्महत्या तक, हरियाणा पुलिस के भीतर उठे तूफान ने राज्य सरकार को हिला दिया है।

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हरियाणा पुलिस में दो मौतों ने मचाई सनसनी – आईपीएस पूरण कुमार और एएसआई संदीप लाठर केस में चौंकाने वाले खुलासे
हरियाणा पुलिस में दो अफसरों की रहस्यमयी मौतों ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है – अब हर कोई सच जानना चाहता है।

हरियाणा पुलिस इन दिनों गहरे संकट में है। एक के बाद एक दो पुलिस अधिकारियों की संदिग्ध मौतों ने पूरे राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। पहले 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की कथित आत्महत्या और अब उनके अधीनस्थ एएसआई संदीप लाठर की मौत ने सवालों का ऐसा सिलसिला खड़ा कर दिया है, जिसने शासन की नींद उड़ा दी है।

पूरण कुमार कौन थे और कैसे हुई उनकी मौत?

52 वर्षीय आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, रोहतक (सुनारिया) में आईजी के पद पर तैनात थे। 7 अक्टूबर को उनका शव चंडीगढ़ सेक्टर 11 स्थित घर से बरामद हुआ। पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया, लेकिन उनके पास से मिले नौ पन्नों के “फाइनल नोट” ने पूरे विभाग को हिला दिया।
इस पत्र में उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर सहित आठ वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और सार्वजनिक अपमान के गंभीर आरोप लगाए थे।

हरियाणा पुलिस में दो मौतों ने मचाई सनसनी – आईपीएस पूरण कुमार और एएसआई संदीप लाठर केस में चौंकाने वाले खुलासे


परिवार ने क्या कहा?

आईपीएस पूरण कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार, जो स्वयं एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं, ने शुरू में पोस्टमॉर्टम की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे शव परीक्षण की अनुमति नहीं देंगी।
बाद में प्रशासन के आश्वासन पर उन्होंने जांच के हित में सहमति दी और कहा – “मुझे न्यायपालिका और पुलिस पर पूरा भरोसा है कि सच्चाई सामने लाई जाएगी।”
15 अक्टूबर को उनकी अंत्येष्टि चंडीगढ़ में बेटियों ने की।

एएसआई संदीप लाठर की मौत से नया मोड़

इस घटना के ठीक एक हफ्ते बाद 14 अक्टूबर को रोहतक के लाधोट गांव में साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर (41) की लाश मिली। उनके पास से एक छह मिनट का वीडियो और सुसाइड नोट बरामद हुआ। इसमें उन्होंने दिवंगत आईपीएस पूरण कुमार और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए।
लाठर ने कहा था कि “मेरे पास सबूत हैं… पूरण कुमार ने खुदकुशी की क्योंकि वे अपने परिवार की बेइज्जती से डर गए थे।”

एएसआई के सुसाइड नोट में क्या था?

वीडियो में लाठर कहते हैं – “भगत सिंह ने भी देश को जगाने के लिए बलिदान दिया था, आज जब हम सच्चाई के रास्ते पर चलेंगे तो देश फिर जागेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरण कुमार के सहयोगी सुशील कुमार, जिन्हें उन्होंने एक रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया था, ने उन्हें धमकाया था।

भ्रष्टाचार केस की जड़

शराब ठेकेदार प्रवीण बंसल ने शिकायत दी थी कि हेड कांस्टेबल सुशील कुमार ने आईपीएस पूरण कुमार के नाम पर ₹2.5 लाख रिश्वत मांगी थी।
लाठर ने उसी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सुशील को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी पूरण कुमार की मौत से एक दिन पहले हुई थी।

अब किसके खिलाफ FIR दर्ज हुई?

लाठर की मौत के बाद उनके परिवार की शिकायत पर रोहतक पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इसमें नामजद हैं –

  • अमनीत पी. कुमार, (आईपीएस पूरण कुमार की पत्नी व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी)
  • अमित रत्तन, (उनके भाई और बठिंडा ग्रामीण के विधायक)
  • सुशील कुमार, (एक्सेम्प्टी एएसआई)
  • सुनील, (आईजी कार्यालय, रोहतक में तैनात)

एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 61 (षड्यंत्र) के तहत दर्ज की गई है।

सरकार की प्रतिक्रिया और कार्रवाई

घटनाओं के सिलसिले में राज्य सरकार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को अवकाश पर भेज दिया और ओ.पी. सिंह को कार्यवाहक डीजीपी बनाया।
साथ ही, रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया का भी तबादला कर दिया गया है, जिनका नाम पूरण कुमार के नोट में था।

हरियाणा पुलिस में दो मौतों ने मचाई सनसनी – आईपीएस पूरण कुमार और एएसआई संदीप लाठर केस में चौंकाने वाले खुलासे


मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मंत्री महीपाल धांडा और कृष्ण लाल पंवार खुद लाठर के घर पहुंचे और परिवार को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। सरकार ने राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार और लाठर की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।

विपक्ष की मांग – ‘सीबीआई या हाईकोर्ट जज की निगरानी में जांच हो’

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और आईएनएलडी नेता अभय सिंह चौटाला ने मांग की है कि दोनों आत्महत्या मामलों की जांच पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज की देखरेख में होनी चाहिए।
हुड्डा ने कहा – “यह सिर्फ दो आत्महत्याएं नहीं हैं, यह व्यवस्था पर सवाल है।”
चौटाला ने कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की है।

आगे क्या?

चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी आईपीएस पूरण कुमार की मौत की जांच कर रही है, जबकि रोहतक पुलिस एएसआई लाठर केस की।
इस बीच, आईपीएस अधिकारी के लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच अभी जारी है, जिसमें आत्महत्या नोट टाइप किया गया था।
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि इन दोनों मौतों की सच्चाई आखिर कब सामने आएगी और हरियाणा पुलिस की साख कैसे बचेगी।

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