Cricket
गौतम गंभीर के फैसले को मिला साथ वॉशिंगटन सुंदर की एंट्री पर उठा विवाद तेज़
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में कुलदीप यादव को नज़रअंदाज़ कर वॉशिंगटन सुंदर को मौका देने पर भड़के दिग्गज गंभीर ने दी तगड़ी प्रतिक्रिया

भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ का दूसरा मुकाबला अब केवल खेल नहीं, बल्कि चयन के फैसलों की बहस का केंद्र बन चुका है। बर्मिंघम टेस्ट में जब भारतीय टीम ने कुलदीप यादव की जगह वॉशिंगटन सुंदर को दूसरे स्पिनर के तौर पर प्लेइंग इलेवन में शामिल किया, तो इस चयन को लेकर क्रिकेट के गलियारों में हलचल मच गई।
क्रिकेट के लिटिल मास्टर कहे जाने वाले सुनील गावस्कर ने इस फैसले को “चौंकाने वाला” बताया और तर्क दिया कि इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को चकमा देने के लिए कुलदीप की कलाई स्पिन ज़्यादा असरदार हो सकती थी। लेकिन दूसरी तरफ, इस बहस में अब कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान और टीम इंडिया के संभावित कोच माने जा रहे गौतम गंभीर ने खुलकर वॉशिंगटन सुंदर के चयन का समर्थन किया है।

गंभीर का मानना है कि सुंदर की ऑलराउंड क्षमताएं टीम के संतुलन के लिए अहम हैं। उन्होंने कहा, “यह कोई नेगेटिव मूव नहीं है। एक ऐसा खिलाड़ी जो बैट और बॉल दोनों से योगदान दे सकता है, वो विदेशी पिचों पर बेहद मूल्यवान होता है।”
गंभीर के इस तर्क को सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस का भी समर्थन मिलने लगा है। कई यूज़र्स ने ट्विटर पर लिखा कि “सुंदर की गेंदबाज़ी के साथ उनकी बल्लेबाज़ी भी इंग्लैंड की परिस्थितियों में अहम साबित हो सकती है।” वहीं कुछ पूर्व खिलाड़ी जैसे इरफान पठान और संजय मांजरेकर ने भी इस फैसले को “स्मार्ट मूव” करार दिया है।
बहरहाल, वॉशिंगटन सुंदर ने गेंद के साथ तो अभी तक कोई बड़ा कमाल नहीं दिखाया, लेकिन उनकी लाइन और लेंथ में नियंत्रण साफ दिख रहा है। अब देखना यह होगा कि क्या वह द तमिलनाडु ऑलराउंडर इस मौके को अपने करियर की नई उड़ान बनाने में तब्दील कर पाएंगे या नहीं।
दूसरी ओर, कुलदीप यादव के समर्थक इस फैसले को ‘अवसर से वंचित करने वाला’ बता रहे हैं। कुलदीप, जिन्होंने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था, को बाहर बैठाना कुछ लोगों को हज़म नहीं हो रहा।
सीरीज़ अभी बाकी है और टीम संयोजन को लेकर बहस भी। लेकिन फिलहाल, वॉशिंगटन सुंदर पर अब प्रदर्शन से जवाब देने की बारी है।