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फरीदाबाद के किराए के मकान से 2,563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद, जम्मू-कश्मीर के डॉक्टर से जुड़ा आतंकी साजिश का लिंक
जम्मू-कश्मीर के डॉक्टर मुअज़म्मिल शकील के किराए के घर से फरीदाबाद पुलिस ने 2,563 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया। एक दिन पहले धौज गांव से 360 किलो विस्फोटक और हथियार भी बरामद हुए थे।
फरीदाबाद में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सोमवार को फतेहपुर तगा गांव स्थित एक मकान से पुलिस ने 2,563 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया — वही रासायनिक पदार्थ जो IED बम और बड़े पैमाने पर विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। यह मकान जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉक्टर मुअज़म्मिल शकील से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जो अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में पढ़ाता था।
यह मामला धौज गांव से एक दिन बाद सामने आया है, जहां रविवार को पुलिस ने 360 किलो विस्फोटक और हथियारों का जखीरा बरामद किया था। इस घर को भी डॉ. मुअज़म्मिल शकील (35 वर्ष) ने किराए पर लिया था।
दो घरों से मिला विस्फोटक, इमाम से पूछताछ जारी
फरीदाबाद क्राइम एसीपी वरुण दहिया के अनुसार, आरोपी डॉक्टर ने लगभग 8 महीने पहले फतेहपुर तगा गांव का मकान मौलाना इस्तक़ नामक एक इमाम से किराए पर लिया था। पुलिस ने इमाम को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

उन्होंने बताया —
“हमें दो ऐसे मकान मिले हैं जिन्हें आरोपी ने किराए पर लिया था। अमोनियम नाइट्रेट मौलाना की संपत्ति से बरामद हुआ है। हम अभी पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल ज्यादा जानकारी साझा करना जांच को प्रभावित कर सकता है।”
गांव वालों के अनुसार, पुलिस सोमवार सुबह मस्जिद पहुंची और इमाम साहब को हिरासत में लेकर उनका मोबाइल फोन जब्त किया। इमाम की पत्नी ने बताया कि उनके पति पिछले 20 साल से मस्जिद में सेवा दे रहे हैं और उन्होंने कभी किसी गैरकानूनी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया।
महिला डॉक्टर पर भी शक
जांच में यह भी सामने आया है कि डॉ. मुअज़म्मिल के संपर्क में एक लखनऊ की महिला डॉक्टर थी, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। उसकी कार से AK Krinkov राइफल, तीन मैगज़ीन, एक पिस्तौल, दो खाली कारतूस और जिंदा गोलियां बरामद हुई थीं।
पुलिस के अनुसार, अमोनियम नाइट्रेट की खेप लगभग 15 दिन पहले फरीदाबाद भेजी गई थी, जिसका इस्तेमाल IED बनाने के लिए किया जाना था। यह बरामदगी कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैले एक बड़े आतंकी नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही है।

बहु-एजेंसी जांच जारी
फरीदाबाद पुलिस ने फिलहाल पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा —
“यह जांच कई एजेंसियों द्वारा समन्वयित की जा रही है। फिलहाल कोई अतिरिक्त जानकारी साझा करना जांच को प्रभावित कर सकता है।”
इस मामले ने दिल्ली-एनसीआर की सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट पर ला दिया है। सूत्रों के अनुसार, बरामद रासायनिक सामग्री और हथियारों को FSL (Forensic Science Lab) भेजा गया है ताकि उनकी विस्फोटक क्षमता और स्रोत की पुष्टि की जा सके।
