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लॉर्ड्स टेस्ट में इतिहास रचने से बस 111 रन दूर टीम इंडिया 148 साल में अब तक सिर्फ एक बार हुआ ऐसा करिश्मा

तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन 11 रन में गिरे 3 विकेट, भारत की उम्मीदें जडेजा और नितीश रेड्डी पर टिकीं, क्या बनेगा नया इतिहास?

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Eng vs Ind: लॉर्ड्स टेस्ट में 111 रन दूर इतिहास, 148 साल में सिर्फ एक बार हुआ ऐसा कारनामा
लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन संघर्ष करते रविंद्र जडेजा और नितीश रेड्डी, इतिहास रचने की ओर कदम?

लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच का आखिरी दिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बेहद रोमांचक और नाखून चबाने वाला साबित हो रहा है। टीम इंडिया अब ऐसी स्थिति में आ गई है, जहां से जीतना इतिहास रचने के बराबर होगा — और वो भी ऐसा इतिहास जो 148 साल में केवल एक बार ही रचा गया है।

दरअसल, पांचवें दिन की शुरुआत होते ही टीम इंडिया ने महज 11 रन के भीतर 3 विकेट गंवा दिए। ऋषभ पंत केएल राहुल, और वॉशिंगटन सुंदर जैसे महत्वपूर्ण बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके हैं। स्कोरबोर्ड पर अब 7 विकेट के नुकसान पर 82 रन दर्ज हैं और जीत के लिए 111 रन और चाहिए।

इतिहास में सिर्फ पाकिस्तान कर पाया ऐसा कमाल

क्रिकेट के टेस्ट इतिहास में अब तक केवल एक बार ऐसा हुआ है जब चौथी पारी में केवल तीन विकेट हाथ में होते हुए कोई टीम 100+ रन का पीछा करने में सफल रही हो। यह कारनामा पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने साल 1994 में कराची में किया था, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 314 रनों का पीछा करते हुए 11 रन बचे होने पर सिर्फ तीन विकेट शेष रहते जीत दर्ज की थी।

टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका

भारत के लिए यह मुकाबला अब रविंद्र जडेजा और युवा ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी के कंधों पर टिका है। दोनों ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन अब असली परीक्षा है — दबाव की स्थिति में संयम और साहस दिखाने की

नितीश रेड्डी ने इस सीरीज में अब तक हर मौके पर खुद को साबित किया है। चाहे वो नई गेंद के खिलाफ डिफेंस हो या स्पिनर्स के खिलाफ आक्रमण, युवा खिलाड़ी हर डिपार्टमेंट में प्रभावित करते आए हैं। वहीं जडेजा, अपने अनुभव और मैच को खींचने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।

क्या टीम इंडिया दोहराएगी कराची जैसा करिश्मा?

इतिहास को पलटना कभी आसान नहीं होता, लेकिन ऐसे ही तो लीजेंड्स बनते हैं। यदि भारत इस मैच को जीतने में सफल होता है, तो यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे असाधारण रन चेज़ में गिना जाएगा।

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि पिच अब भी खेल लायक है, और अगर बल्लेबाज़ों ने सही तकनीक और संयम दिखाया, तो 111 रन कोई असंभव टारगेट नहीं है। हालांकि, यह भी सच है कि लॉर्ड्स में इंग्लिश गेंदबाज़ों के खिलाफ बचाव करना भी किसी जंग से कम नहीं होगा।

क्रिकेट प्रेमियों की नजरें टिकीं

इस मैच ने न केवल खिलाड़ियों की परीक्षा ली है, बल्कि फैंस की धड़कनों को भी थाम रखा है। सोशल मीडिया पर #INDvsENG ट्रेंड कर रहा है, और हर कोई बस एक ही सवाल पूछ रहा है – “क्या हो पाएगा करिश्मा?”

टीम इंडिया के पास अब केवल तीन विकेट हैं, लेकिन उम्मीदें ज़िंदा हैं। क्या जडेजा और रेड्डी इतिहास में अपना नाम दर्ज करा पाएंगे? जवाब सिर्फ समय देगा, लेकिन इस टेस्ट का आखिरी दिन क्रिकेट इतिहास में ज़रूर दर्ज होगा।

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