Entertainment
बागी 4 रिव्यू टाइगर श्रॉफ का दमदार एक्शन लेकिन कमजोर कहानी ने तोड़ी उम्मीदें
लगभग पांच साल बाद लौटे निर्माता साजिद नाडियाडवाला, टाइगर श्रॉफ फिर बने विद्रोही हीरो लेकिन फिल्म का जोरदार एक्शन भी कमजोर स्क्रिप्ट को नहीं बचा सका
बॉलीवुड की चर्चित एक्शन फ्रेंचाइज़ी बागी का चौथा पार्ट बागी 4 आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज हो चुका है। इस फिल्म से जुड़ी सबसे बड़ी उम्मीद टाइगर श्रॉफ के एक्शन और उनके करिश्माई स्क्रीन प्रेजेंस पर टिकी थी। लेकिन सवाल यह है कि क्या बागी 4 दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतरती है?
और भी पढ़ें : Bigg Boss से दूर रहे ये 7 टीवी स्टार्स Divyanka Tripathi से लेकर Arjun Bijlani तक ने ठुकराया सलमान खान का शो
कहानी और निर्देशन
फिल्म में टाइगर श्रॉफ एक बार फिर रोनी प्रताप सिंह के किरदार में हैं। इस बार वह “डिफेंस सी फोर्स” के अधिकारी बने हैं, जो अन्याय देखकर खून खौलने की बातें करते हैं। एक हादसे और अपनी प्रेमिका अलीशा डिसूज़ा (फिल्म डेब्यू कर रहीं हरनाज़ संधू) को खोने के बाद उनकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल जाती है। यहां से शुरू होती है एक दर्द, पागलपन और हिंसा से भरी कहानी।
निर्देशन की कमान संभाली है कन्नड़ फिल्मों के हिट डायरेक्टर ए. हर्षा ने, लेकिन फिल्म ज़्यादा एक्शन कोरियोग्राफर का शोकेस बनकर रह जाती है।
एक्शन और डायलॉगबाज़ी
फिल्म में टाइगर श्रॉफ ने अपने फिटनेस और एक्शन कौशल का पूरा प्रदर्शन किया है। तलवार, बंदूक, मुक्के और खून-खराबे से भरे कई सीक्वेंस हैं जो टाइगर के फैंस को पसंद आएंगे। लेकिन कमजोर पटकथा और बार-बार दोहराए जाने वाले एक्शन सीन्स फिल्म की पकड़ ढीली कर देते हैं।
फिल्म का एक डायलॉग – “ये जो तुम्हारा टॉर्चर है, मेरा वॉर्म-अप है” – टाइगर की एटिट्यूड को दर्शाता है, लेकिन दर्शकों पर इसका असर सीमित रह जाता है।
खलनायक और अन्य कलाकार
फिल्म में संजय दत्त ने चकको नामक विलेन का किरदार निभाया है। उनका किरदार स्टाइलिश जरूर है, लेकिन डर पैदा करने में उतना प्रभावशाली नहीं लगता। श्रेेयस तलपड़े, सोनम बाजवा और अन्य सह कलाकारों को भी स्क्रीन पर जगह दी गई है, लेकिन उनकी भूमिकाएं मुख्य कहानी के मुकाबले फीकी रह जाती हैं।
कमजोरियां और प्लस पॉइंट्स
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी स्क्रिप्ट है। कहानी में इतने प्लॉट होल हैं कि दर्शक बार-बार कन्फ्यूज होते हैं। 160 मिनट की लंबी फिल्म में एक्शन तो भरपूर है लेकिन भावनात्मक जुड़ाव की कमी साफ दिखाई देती है।
हां, फिल्म का प्रोडक्शन डिजाइन, सिनेमैटोग्राफी और एक्शन की भव्यता जरूर काबिल-ए-तारीफ है। टाइगर श्रॉफ के फैंस को फिल्म में उनका एक्शन देखने में मज़ा आएगा, लेकिन जिन्हें कहानी और दमदार कंटेंट चाहिए, उनके लिए यह निराशाजनक साबित हो सकती है।
अंतिम फैसला
कुल मिलाकर बागी 4 सिर्फ टाइगर श्रॉफ के कट्टर फैंस के लिए बनाई गई फिल्म है। बाकी दर्शकों के लिए यह फिल्म लंबी, हिंसक और थकाऊ अनुभव की तरह महसूस हो सकती है।

Pingback: कपिल शर्मा शो में फैन का खुलासा सुन दंग रह गए संजय दत्त और सुनील शेट्टी, बोले – हमें भी सिखाइए - Dainik Diary