Cricket
Siraj की घूरती नज़रों और कुंबले के तीखे तंज के बीच विवादास्पद DRS, जो रूट को ‘अंपायर की मेहरबानी’?
लॉर्ड्स टेस्ट में ‘अंपायर कॉल’ से बच निकले जो रूट, मोहम्मद सिराज का गुस्सा और अनिल कुंबले की लाइव TV पर प्रतिक्रिया बनी चर्चा का विषय

लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन का खेल जितना रोमांच से भरपूर रहा, उतना ही विवाद से भी। भारत के तेज़ गेंदबाज़ Mohammed Siraj ने जहां लगातार इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को परेशान किया, वहीं एक निर्णय ने फैंस से लेकर पूर्व क्रिकेटरों तक को हैरान कर दिया। बात हो रही है जो रूट के उस LBW एपील की, जिसमें अंपायर पॉल राइफल ने उन्हें नॉट आउट करार दिया, और DRS ने भी ‘अंपायर कॉल’ दिखा दिया।
“तीनों रेड दिख रहे थे, फिर भी नॉट आउट?”
38वें ओवर में सिराज की एक इनस्विंग डिलीवरी ने Joe Root को पूरी तरह छकाया। गेंद बल्ले से दूर रही और सीधे मिडल स्टंप के सामने टकराई। पूरी भारतीय टीम ने ज़ोरदार अपील की, लेकिन Paul Reiffel ने उंगली नहीं उठाई। कप्तान रोहित शर्मा ने रिव्यू लिया, लेकिन DRS ने ‘अंपायर कॉल’ दिखा कर इंग्लैंड के बल्लेबाज़ को राहत दे दी।
सिराज की प्रतिक्रिया में गुस्सा साफ था — उन्होंने ज़ोर से चिल्लाकर गेंदबाज़ी छोर की ओर लौटते हुए अंपायर को घूरा। Abhinav Mukund, जो कमेंट्री कर रहे थे, ने इस दृश्य को लाइव टेलीकास्ट में भी रेखांकित किया।
अनिल कुंबले का तीखा तंज—“पॉल राइफल ने तय कर लिया है, कुछ भी हो नॉट आउट”
यह मामला यहीं नहीं थमा। जब Jonathan Trott ने कहा, “ये गेंद तो स्टंप्स में घुसती हुई लग रही थी,” तब Anil Kumble ने मुस्कुराते हुए और तंज कसते हुए जवाब दिया—
“लगता है पॉल राइफल ने तय कर लिया है कि कोई भी करीबी फैसला नॉट आउट ही देना है।”
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और कई क्रिकेट प्रेमियों ने अंपायरिंग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
रूट जल्द हुए आउट, भारत ने फिर पाई राहत
हालांकि इस गलत फैसले का असर ज्यादा देर तक नहीं रहा। भारत के स्पिनर Washington Sundar ने जो रूट को 40 रन पर आउट कर टीम को बड़ी राहत दी। उन्होंने इसके बाद Jamie Smith को भी 8 रन पर चलता किया। चाय तक इंग्लैंड 175/6 पर था।
इससे पहले दोनों टीमों ने पहली पारी में 387 रन बनाए थे, जिससे मुकाबला अब पूरी तरह से दूसरी पारी पर आ गया है।
क्या भारत फिर साबित करेगा दबदबा, या अंपायर कॉल ले लेगी बाज़ी?
टेस्ट क्रिकेट में तकनीक की मदद से गलत फैसलों में कमी आई है, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट का यह पल दिखाता है कि ‘अंपायर कॉल’ जैसी व्यवस्था भी कभी-कभी खिलाड़ियों के धैर्य की परीक्षा लेती है।