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शुभमन गिल ने जताई ईडन की पिच को लेकर चिंता, गांगुली ने संभाली कमान — क्यूरेटर संग देर शाम की मीटिंग
कोलकाता टेस्ट से पहले टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल और कोचिंग स्टाफ ने ईडन गार्डन्स की पिच का निरीक्षण किया, जहां वे पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे। इसके बाद सौरव गांगुली ने खुद मैदान में पहुंचकर क्यूरेटर सुजन मुखर्जी से बातचीत की।
कोलकाता का प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स स्टेडियम एक बार फिर सुर्खियों में है — लेकिन इस बार किसी रिकॉर्ड या सेंचुरी की वजह से नहीं, बल्कि पिच को लेकर उठे विवाद के कारण।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का पहला मुकाबला शुक्रवार से शुरू होना है, और उससे पहले कप्तान शुभमन गिल ने पिच की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है।
वैकल्पिक ट्रेनिंग सत्र और पिच पर असहमति
मंगलवार को भारतीय टीम ने वैकल्पिक अभ्यास सत्र रखा था। केवल कुछ खिलाड़ी — शुभमन गिल, गौतम गंभीर, मॉर्न मोर्कल, और कुछ अन्य ही उपस्थित हुए।
तीन घंटे के इस सत्र के बाद, कोचिंग स्टाफ ने पिच का निरीक्षण किया।
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, शुभमन गिल और गेंदबाज़ी कोच मॉर्न मोर्कल ने विकेट की सख़्ती और नमी की जांच की, लेकिन उनके हावभाव देखकर यह साफ झलक रहा था कि टीम मैनेजमेंट पिच से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है।

पिच को पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं दिया गया था, जिससे वह सूखी और भूरे रंग की नज़र आ रही थी, जबकि हल्की-सी घास केवल कुछ हिस्सों में बची थी।
गिल ने तुरंत पिच क्यूरेटर सुजन मुखर्जी (Sujan Mukherjee) को बुलाकर 15 मिनट तक बातचीत की।
गांगुली ने किया मैदान का निरीक्षण
शाम को दक्षिण अफ्रीका की टीम ने भी स्पिन-फोकस्ड ट्रेनिंग सेशन किया, जिसके बाद सौरव गांगुली, जो हाल ही में CAB (Cricket Association of Bengal) के नए अध्यक्ष बने हैं, खुद पिच का निरीक्षण करने मैदान में पहुँचे।
उन्होंने क्यूरेटर से लंबी चर्चा की और ग्राउंड स्टाफ को आवश्यक निर्देश दिए।
सूत्रों के अनुसार, गांगुली ने यह भी सुनिश्चित किया कि भारत की ओर से किसी ‘रैंक टर्नर’ (अत्यधिक स्पिन वाली पिच) की मांग नहीं की गई है।
“हम संतुलित पिच चाहते हैं जो अच्छे क्रिकेट को बढ़ावा दे, न कि सिर्फ़ घरेलू लाभ दे,” गांगुली ने कहा था।
हालिया रणजी मुकाबलों में भी आई थीं दिक्कतें
ईडन गार्डन्स इस सीज़न में दो रणजी ट्रॉफी मैचों की मेजबानी कर चुका है।
पहले दिन तेज़ गेंदबाज़ों मोहम्मद शमी और आकाशदीप को ज्यादा मदद नहीं मिली थी, लेकिन बाद में जब रिवर्स स्विंग शुरू हुई, तो हालात बदले।
यही कारण है कि टीम इंडिया इस बार पिच पर शुरुआती मदद चाहती है ताकि पहले दो दिन तेज़ गेंदबाज़ प्रभाव डाल सकें।
दक्षिण अफ्रीका की टीम का मजबूत आक्रमण
कगिसो रबाडा और मार्को जानसेन जैसे तेज़ गेंदबाज़ों के अलावा अफ्रीकी टीम में स्पिन तिकड़ी साइमन हार्मर, केशव महाराज और सेनुरन मुथुसामी भी शामिल हैं — जिन्होंने हाल ही में पाकिस्तान में शानदार प्रदर्शन किया था।
इन तीनों ने मिलकर सिर्फ़ दो मैचों में 33 विकेट चटकाए थे, जिसमें मुथुसामी को “Player of the Series” भी घोषित किया गया था।

इस लिहाज़ से भारत के लिए पिच की प्रकृति अत्यंत अहम है, क्योंकि थोड़ी सी भी अतिरिक्त नमी या सूखापन मैच का संतुलन बदल सकता है।
टीम इंडिया का फोकस — संतुलन और रणनीति
कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर नहीं चाहते कि पिच पूरी तरह स्पिन-फ्रेंडली हो, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के पास भी अच्छे स्पिनर हैं।
सूत्र बताते हैं कि टीम ने क्यूरेटर से “बैलेंस्ड विकेट” की मांग की है, जो पहले दो दिन बल्लेबाज़ी के अनुकूल और बाद में गेंदबाज़ों को सहायता दे।
नतीजा क्या होगा?
फिलहाल, ग्राउंड स्टाफ ने पिच के आस-पास के हिस्सों को पानी देकर थोड़ी नमी वापस लाने की कोशिश शुरू कर दी है। लेकिन असली तस्वीर शुक्रवार को ही सामने आएगी, जब दोनों कप्तान टॉस के समय विकेट देखेंगे।
फैंस अब उत्सुक हैं कि क्या ईडन का यह मुकाबला फिर से “लो-स्कोरिंग ड्रामा” बनेगा या इस बार एक “बैलेंस्ड ब्यूटी” साबित होगा।
