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गाज़ा में सीजफायर के कुछ घंटे बाद फिर गूंजे टैंक गोले, भीड़भाड़ वाले तटीय रास्ते पर दागे गोले – देखें हैरान करने वाला वीडियो
डेयर अल-बलाह इलाके में इज़रायली टैंकों ने किया हमला, जबकि अमेरिका समर्थित युद्धविराम समझौते का पहला चरण शुरू होने वाला था
गाज़ा में जंग की आग अभी पूरी तरह ठंडी नहीं हुई है। डेयर अल-बलाह (Deir al-Balah) के तटीय रास्ते पर गुरुवार को इज़रायली टैंकों (Israeli Tanks) ने गोलाबारी की, जबकि कुछ ही घंटे पहले इज़रायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच युद्धविराम समझौता हुआ था।
रॉयटर्स (Reuters) की रिपोर्ट में जारी वीडियो फुटेज में देखा गया कि स्थानीय समयानुसार सुबह 9:39 बजे के करीब टैंक गोले भीड़भाड़ वाले इलाके में दागे गए। इससे इलाके में धुएं के गुबार उठे और नागरिकों में अफरा-तफरी मच गई।
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शांति समझौते के बावजूद जारी हिंसा
यह घटना उस समय हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने घोषणा की थी कि इज़रायल और हमास के बीच दो साल से चल रही जंग को रोकने के लिए पहला चरण शुरू होने वाला है। यह शांति समझौता कई प्रमुख कदमों के साथ आया है, जिसमें बंधक अदला-बदली, कैदियों की रिहाई और मानवीय सहायता भेजना शामिल है।
हालांकि, समझौते की औपचारिक मंजूरी से पहले ही गाज़ा में गोलाबारी जारी रहना एक बार फिर इस संघर्ष के अनिश्चित भविष्य की ओर इशारा करता है।

चरण एक की मुख्य बातें
पहले चरण के तहत, हमास (Hamas) ने वादा किया है कि वह जीवित 20 इज़रायली बंधकों (Israeli Hostages) को रिहा करेगा और उन 28 लोगों के शव सौंपेगा जो 7 अक्टूबर 2023 के हमलों में मारे गए थे। इसके बदले, इज़रायल (Israel) लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों (Palestinian prisoners) को रिहा करेगा, जिनमें 250 उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।
इस प्रक्रिया में फतह (Fatah) नेता मरवान बरगूती (Marwan Barghouti) को शामिल नहीं किया गया है।
मानवीय सहायता और सेना की वापसी
इज़रायल अपनी सेना को अगले 24 घंटों में एक तय ‘पीली रेखा (Yellow Line)’ तक वापस बुलाएगा। इस दौरान पहले पांच दिनों में प्रतिदिन 400 ट्रक गाज़ा में भेजे जाएंगे जिनमें खाद्य सामग्री, दवाएं और पुनर्निर्माण के लिए ज़रूरी उपकरण होंगे।
साथ ही दक्षिणी गाज़ा से विस्थापित लोगों को गाज़ा सिटी और उत्तरी क्षेत्रों में लौटने की अनुमति दी जाएगी। यह कदम उस इलाके की तबाह स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे को फिर से खड़ा करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
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वैश्विक प्रतिक्रिया और सवाल
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हमले की कड़ी निंदा की जा रही है। कई मानवाधिकार संगठनों ने कहा है कि ऐसे हमले युद्धविराम की भावना के खिलाफ हैं। वहीं इज़रायली अधिकारियों ने अब तक इस घटना पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के प्रतिनिधियों ने गाज़ा में युद्ध अपराधों की जांच की मांग दोहराई है, जबकि अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि “अगर यह रिपोर्ट सही है, तो यह बहुत चिंताजनक विकास है।”
भविष्य की दिशा
हालांकि यह युद्धविराम समझौता शांति की ओर एक उम्मीद जगाता है, लेकिन डेयर अल-बलाह की यह घटना बताती है कि गाज़ा में सच्ची शांति अभी दूर है। फिलहाल नज़रें इस पर टिकी हैं कि क्या दोनों पक्ष इस समझौते का पालन कर पाएंगे या एक बार फिर संघर्ष की लपटें तेज़ होंगी।
