India News
तमिलनाडु की दवा कंपनी के मालिक एस. रंगनाथन गिरफ्तार – कोल्डरिफ सिरप से हुई बच्चों की मौतों के बाद कार्रवाई तेज
मध्य प्रदेश में 20 बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु की फार्मा कंपनी ‘Sresan’ के मालिक एस. रंगनाथन को चेन्नई से किया गया गिरफ्तार, सिरप में मिला घातक रासायनिक पदार्थ डायथिलीन ग्लाइकॉल
मध्य प्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौतों से जुड़े ‘Coldrif’ खांसी की सिरप कांड में बड़ा अपडेट सामने आया है। तमिलनाडु की फार्मास्यूटिकल कंपनी ‘Sresan’ के मालिक एस. रंगनाथन को चेन्नई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि यह वही कंपनी है जिसने वह जहरीला सिरप बनाया था, जिससे अब तक 19 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।
छिंदवाड़ा के एसपी अजय पांडे ने बताया कि रंगनाथन को पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। अब उन्हें चेन्नई की अदालत में पेश किया जाएगा और ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद मध्य प्रदेश लाया जाएगा।

जहरीले सिरप में मिला डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि कोल्डरिफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक विषैला रसायन मिला है, जो आमतौर पर इंडस्ट्रियल सॉल्वेंट्स में इस्तेमाल किया जाता है। DEG की थोड़ी-सी मात्रा भी किडनी फेलियर का कारण बन सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, कोल्डरिफ सिरप पीने के बाद बच्चों में किडनी संक्रमण और तेज बुखार जैसे लक्षण दिखाई दिए थे। अधिकांश पीड़ित बच्चे छिंदवाड़ा (17 मामले), बैतूल (2 मामले) और पांढुर्णा (1 मामला) जिले से थे।
बच्चों की मौतों के बाद देशभर में बैन
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बुधवार को बताया कि अब तक 20 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच बच्चे अब भी इलाज के अधीन हैं।
घटना के बाद कई राज्यों ने ‘Coldrif’ की बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है।
तमिलनाडु सरकार ने 1 अक्टूबर से ही कोल्डरिफ सिरप की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था और बाजार में उपलब्ध सभी स्टॉक को हटाने का आदेश जारी किया।

फैक्ट्री में मिले मिलावटी सैंपल
4 अक्टूबर को फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने जांच में पाया कि कंपनी की कांचीपुरम (सुनगुवर्चत्रम) स्थित फैक्ट्री से लिए गए सिरप के सैंपल मिलावटी (Adulterated) पाए गए हैं।
इसके बाद विभाग ने कंपनी को तुरंत उत्पादन बंद करने का आदेश दिया।
रंगनाथन की तलाश पर ₹20,000 का इनाम
मध्य प्रदेश पुलिस ने आरोपी रंगनाथन की गिरफ्तारी के लिए ₹20,000 का इनाम घोषित किया था। अधिकारियों के अनुसार, कंपनी का नेटवर्क पुदुचेरी, मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों तक फैला हुआ था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि कंपनी ने सिरप के निर्माण में रॉ मटेरियल की सही जांच नहीं की, जिससे यह जहरीला बना और बच्चों की जान चली गई।
देश में दवा सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना भारत में फार्मा उद्योग की गुणवत्ता जांच व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। हाल के वर्षों में भारत निर्मित दवाओं से जुड़ी कई मौतें सामने आई हैं, जिनमें गाम्बिया और उज़्बेकिस्तान में हुई त्रासदियां भी शामिल हैं।
अब DCGI (Drugs Controller General of India) ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि वे फार्मा कंपनियों में कच्चे माल की जांच को सख्ती से लागू करें।
