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ज़ुबिन गर्ग की मौत की गुत्थी और उलझी: अब सुरक्षा कर्मी गिरफ्तार, पहले ही cousin और manager हो चुके हैं अरेस्ट

असम के दिग्गज गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत के मामले में SIT ने की दो और गिरफ्तारियाँ — सुरक्षा कर्मियों से लेकर कज़िन और मैनेजर तक पहुँची जांच

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ज़ुबिन गर्ग की मौत में नया मोड़: SIT ने दो सुरक्षा कर्मियों को किया गिरफ्तार, cousin और manager पहले से रिमांड पर
जुबिन गर्ग की मौत मामले में दो सुरक्षा कर्मियों की गिरफ्तारी के बाद SIT टीम जांच में जुटी

दैनिक डायरी, गुवाहाटी — असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग (Zubeen Garg) की मौत की जांच लगातार नए मोड़ ले रही है। शुक्रवार को इस हाई-प्रोफाइल केस में क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जुबिन के दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी एक दिन बाद हुई जब उनके चचेरे भाई संदीपन गर्ग को हिरासत में लिया गया था।

सुरक्षा कर्मियों की गिरफ्तारी से गहराया शक

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों सुरक्षा कर्मियों के नाम नंदेश्वर बोराह और पारेश बैश्य हैं। दोनों लंबे समय से जुबिन की सुरक्षा में तैनात थे। SIT को संदेह है कि ये दोनों जुबिन की मौत से जुड़ी घटनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी छिपा रहे थे।

पहले cousin और manager हुए थे गिरफ्तार

इससे पहले जुबिन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और सिंगापुर फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानू महांता को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, उनके चचेरे भाई संदीपन गर्ग, जो असम पुलिस सर्विस (APS) अधिकारी हैं, को गुरुवार को पूछताछ के बाद 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया।

ज़ुबिन गर्ग की मौत में नया मोड़: SIT ने दो सुरक्षा कर्मियों को किया गिरफ्तार, cousin और manager पहले से रिमांड पर


स्पेशल DGP (CID) एम.पी. गुप्ता ने बताया, “संदीपन से पूछताछ के बाद हमें नए सबूत मिले हैं। जांच जारी है, इसलिए फिलहाल ज्यादा जानकारी साझा नहीं की जा सकती।”

क्या हुआ था सिंगापुर में?

19 सितंबर को जुबिन गर्ग की मौत सिंगापुर में स्विमिंग पूल में डूबने से हुई बताई गई थी। लेकिन कई प्रत्यक्षदर्शियों ने इस पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब जुबिन डूब रहे थे, तब उनके मैनेजर ने किसी को मदद करने नहीं दी। गवाहों के अनुसार, “जुबिन एक एक्सपर्ट स्विमर थे, इसलिए यह मानना मुश्किल है कि उनकी मौत डूबने से हुई।”

जहरीले पदार्थ की आशंका

जुबिन की मौत के बाद कई नए दावे सामने आए। उनके बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी ने आरोप लगाया कि जुबिन को जहर देकर मारा गया। इसी संदर्भ में सरकार ने जुबिन के विसरा सैंपल्स दिल्ली स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) भेजे हैं।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि, “विसरा रिपोर्ट 10 अक्टूबर तक आने की उम्मीद है, जो यह स्पष्ट करेगी कि क्या ज़हर दिया गया था या नहीं।” उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे अदालत की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।

दो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट्स और अनुत्तरित सवाल

जुबिन के दो पोस्टमॉर्टम किए गए — पहला सिंगापुर में और दूसरा गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज (GMCH) में। रिपोर्ट्स में किसी ठोस निष्कर्ष का खुलासा नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “कोई भी व्यक्ति जो रिपोर्ट देखना चाहता है, वह CID कार्यालय जाकर अनुमति लेकर उसे देख सकता है।”

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कौन हैं जुबिन गर्ग

जुबिन गर्ग असम के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक थे। उन्होंने हिंदी और असमिया दोनों भाषाओं में सैकड़ों गीत गाए हैं। उनका गीत “या अली” (फिल्म: गेंगस्टर) और “दिल तू ही बता” (फिल्म: कृष 3) जैसे हिट नंबर आज भी लोगों की जुबान पर हैं। वह नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए थे, जो भारत-सिंगापुर कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ और भारत-आसियान पर्यटन वर्ष के तहत आयोजित किया गया था। लेकिन 19–21 सितंबर का यह उत्सव उनकी मौत के बाद रद्द कर दिया गया।

जांच के दायरे में कई नाम

अब तक इस मामले में पांच गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं — मैनेजर, आयोजक, चचेरा भाई और दो सुरक्षा कर्मी। SIT के सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी लोगों से पूछताछ की जाएगी, क्योंकि अब यह मामला सिर्फ दुर्घटना नहीं बल्कि साजिश की दिशा में बढ़ रहा है।

निष्कर्ष

जुबिन गर्ग की मौत के लगभग तीन सप्ताह बाद भी रहस्य गहराता जा रहा है। पुलिस और CID की टीमें लगातार नए सबूतों और गवाहों की तलाश में हैं। अगर विसरा रिपोर्ट में ज़हर की पुष्टि होती है, तो यह असम संगीत जगत के लिए अब तक का सबसे बड़ा हत्या कांड खुलासा हो सकता है।

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