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दक्षिण अफ्रीका में रहस्यमयी फ्लाइट का हड़कंप: गाज़ा से आए 150 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनियों ने उठाए कई सवाल

12 घंटे तक गर्म विमान में भूखे-प्यासे बैठे रहे यात्री, दस्तावेज़ों की कमी ने बढ़ाई जांच की परतें

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South Africa Probes Mysterious Flight Carrying 150+ Palestinians From Gaza | Dainik Diary
“जोहान्सबर्ग एयरपोर्ट पर उतरी रहस्यमयी फ्लाइट—153 फ़िलिस्तीनियों ने खड़े किए कई सवाल।”

दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में गुरुवार सुबह उतरी एक चार्टर्ड फ्लाइट ने पूरे देश में हलचल मचा दी।
इस विमान में गाज़ा से आए 153 फ़िलिस्तीनी यात्री सवार थे—जिनमें छोटे बच्चे, परिवार और एक नौ महीने की गर्भवती महिला भी शामिल थी।
लेकिन असली विवाद तब खड़ा हुआ जब इमिग्रेशन अधिकारियों ने पाया कि उनके पास ज़रूरी ट्रैवल डॉक्यूमेंट, खासकर इज़राइल के exit stamp, नहीं थे।

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने AP से बात करते हुए कहा कि सरकार यह जांच कर रही है कि आखिर इतने लोग बिना उचित दस्तावेज़ों के जोहान्सबर्ग कैसे पहुंच गए।
यह मामला सिर्फ़ सुरक्षा नहीं, बल्कि मानवीय चिंता का भी विषय बन गया है।


12 घंटे गर्म विमान में—बिना खाना, बिना पानी

मानवाधिकार समूहों ने आरोप लगाया कि यात्रियों को लगभग 12 घंटे तक विमान में ही रखा गया, जबकि बाहर तापमान लगातार बढ़ रहा था।
कई यात्रियों ने शिकायत की कि—

  • उन्हें खाना-पानी नहीं दिया गया
  • बच्चों को संभालने में भारी मुश्किलें आईं
  • गर्भवती महिला की तबीयत भी बिगड़ने लगी
  • लगातार पूछताछ ने माहौल और तनावपूर्ण बना दिया

सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल होने के बाद मामला और गंभीर हो गया।
कई संगठनों ने इसे अमानवीय बर्ताव करार दिया।

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दस्तावेज़ों की कमी ने बढ़ाई शंका—कहां जा रहे थे? कितने दिन रुकने का था प्लान?

दक्षिण अफ्रीका की इमिग्रेशन एजेंसी के मुताबिक:

  • अधिकांश यात्रियों ने यह नहीं बताया कि वे कहाँ रुकने वाले थे
  • कितने दिनों तक रुकेंगे, इसका भी स्पष्ट जवाब नहीं मिला
  • उनके पास इज़राइल द्वारा दिया जाने वाला exit stamp नहीं था
  • कई पासपोर्ट अधूरे या संदिग्ध लगे

इसी वजह से उन्हें विमान में ही रोके रखा गया और अधिकारियों ने कई घंटों तक पूछताछ की।


क्या यह मानवता की पुकार है या कुछ और?

दक्षिण अफ्रीका ने हमेशा फ़िलिस्तीन के समर्थन की खुलकर आवाज़ उठाई है।
लेकिन यह घटना नई चुनौतियाँ लेकर आई है—

  • क्या यह लोग सुरक्षित रास्ते की तलाश में आए?
  • क्या उन्हें सही प्रक्रिया की जानकारी नहीं थी?
  • या यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था?

सरकार अब जांच करेगी कि यह फ्लाइट किसने चार्टर की, किस एजेंसी ने इसकी अनुमति दी और क्या एयरलाइन ने नियमों का पालन किया।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा—गाज़ा संकट का नया अध्याय?

गाज़ा में जारी संघर्ष और मानवीय संकट के बीच यह घटना पूरी दुनिया की नज़र में आ चुकी है।
कई विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह सिर्फ़ एक उड़ान नहीं, बल्कि उन लोगों की बेबसी की झलक है जो अपनी जान बचाने के लिए किसी भी रास्ते की तलाश में हैं।

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