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सोहा अली खान ने खोला राज अमृता सिंह ने मुझे संभाला बताया तलाक के बाद कैसे बदल गई रिश्तों की तस्वीर
सैफ अली खान और अमृता सिंह के तलाक पर बहन सोहा अली खान ने कहा – “मैं अमृता जी के साथ रही हूं, उन्होंने मेरी देखभाल की”

बॉलीवुड के नवाब सैफ अली खान और अभिनेत्री अमृता सिंह का रिश्ता 13 साल बाद टूट गया था। साल 2004 में हुए इस तलाक ने न सिर्फ दोनों के जीवन को बल्कि पूरे परिवार के रिश्तों को भी प्रभावित किया। अब सैफ की बहन सोहा अली खान ने एक पॉडकास्ट में इस विषय पर खुलकर बात की है।
“अमृता जी ने मेरी देखभाल की थी” – सोहा
नयन्दीप रक्षित के पॉडकास्ट में सोहा ने बताया कि अमृता सिंह उनके लिए बेहद खास थीं। उन्होंने कहा –
“जब शादी खत्म होती है तो दोनों परिवार भी एक बदलाव और एडजस्टमेंट से गुजरते हैं। मेरे लिए अमृता जी वह थीं जिनके साथ मैं रही। उन्होंने मेरी देखभाल की, मुझे फोटोशूट्स पर ले गईं, मेरे साथ स्क्रैबल खेला। उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया।”

सोहा ने आगे कहा कि जब सैफ और अमृता का रिश्ता खत्म हुआ तो यह सबके लिए ट्रांज़िशन का दौर था। “पहले तो आप उन्हें (सैफ और अमृता) अपनी इक्वेशन खोजने देते हैं और फिर आपको खुद अपनी जगह ढूंढनी होती है। अब सब बच्चे बड़े हो चुके हैं और रिश्तों में स्थिरता आ चुकी है।”
सैफ-अमृता की प्रेम कहानी और तलाक
90 के दशक की शुरुआत में सैफ और अमृता की मुलाकात हुई थी। उम्र का 12 साल का अंतर होने के बावजूद दोनों को प्यार हो गया और 1991 में उन्होंने शादी कर ली। अमृता उस समय बेताब और चमेली की शादी जैसी हिट फिल्मों की स्टार थीं, जबकि सैफ ने अभी-अभी अपने करियर की शुरुआत की थी।
साल 2004 में तलाक के समय उनकी बेटी सारा अली खान 9 साल की और बेटा इब्राहिम अली खान 3 साल का था।

बाद में 2012 में सैफ ने करीना कपूर से शादी की और अब उनके दो बेटे हैं – तैमूर अली खान और जहांगीर अली खान। भले ही अमृता सिंह को सैफ के परिवार के साथ उत्सव मनाते नहीं देखा जाता, लेकिन सारा और इब्राहिम अक्सर अपने पिता और उनके परिवार के साथ दिखाई देते हैं।
सोहा अली खान का वर्तमान सफर
सोहा हाल ही में ‘छोरी 2’ में नजर आई थीं, जिसे विशाल फुरिया ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में नुसरत भरुचा लीड रोल में थीं। फिल्म को समीक्षकों से मिक्स रिव्यू मिले।
इन दिनों सोहा अपने पॉडकास्ट All About Her पर फोकस कर रही हैं, जहां वे सेलिब्रिटीज़ से उनकी निजी जिंदगी और चुनौतियों पर खुलकर बातचीत करती हैं।
निष्कर्ष
सोहा की बातें इस बात की गवाही देती हैं कि तलाक सिर्फ पति-पत्नी तक सीमित नहीं होता, बल्कि पूरे परिवार और रिश्तों को प्रभावित करता है। बावजूद इसके, समय के साथ सभी ने अपने-अपने समीकरण खोज लिए हैं और अब रिश्तों में संतुलन कायम है।