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संभल में हाईटेंशन लाइन बना काल: करंट की चपेट में दो चचेरे भाइयों की मौत, उपनिरीक्षक बाल-बाल बचे
औरंगाबाद गांव में दर्दनाक हादसा, ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। बरेली-राजस्थान हाईटेंशन पॉवर लाइन के निर्माण कार्य के दौरान करंट की चपेट में आने से दो मासूम चचेरे भाइयों की मौत हो गई, जबकि एक पुलिस उपनिरीक्षक बाल-बाल बच गए। यह हादसा औरंगाबाद गांव में तब हुआ जब खेत की ओर जा रहे दो बच्चे निर्माणाधीन तारों के संपर्क में आ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 18 वर्षीय ब्राह्मचारी और उसका 8 वर्षीय चचेरा भाई रोहित, खेत की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्हें हाईटेंशन लाइन के तार हटाते वक्त अचानक करंट लग गया। बताया जा रहा है कि लाइन पर कार्यरत कर्मचारियों ने उसी समय मशीन स्टार्ट कर दी, जिससे तारों में खिंचाव शुरू हो गया। दोनों भाई तारों में उलझते हुए लगभग 250 फीट ऊपर हवा में उठ गए, और फिर ज़मीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

इलाके में मातम, परिवार में कोहराम
गंभीर रूप से घायल दोनों बच्चों को सीएचसी औरंगाबाद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस उपनिरीक्षक की सूझबूझ से बची जान
इसी दौरान एक और बड़ा हादसा टल गया। थाना धनारी पर तैनात उपनिरीक्षक उदयभान उपाध्याय, अपनी ड्यूटी से सुल्तानगढ़ चौकी लौट रहे थे कि गांव कीरतपुर के पास उनकी बाइक हाईटेंशन तार में फंस गई। खिंचाव के चलते बाइक हवा में ऊपर उठ गई, लेकिन समय रहते उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए छलांग लगा दी, जिससे उनकी जान तो बच गई, लेकिन वे घायल हो गए। उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, निर्माण एजेंसी पर लापरवाही के आरोप
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि निर्माणस्थल पर न कोई चेतावनी बोर्ड लगा था, न ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम। इतनी बड़ी हाईटेंशन लाइन का निर्माण चल रहा था और कोई निगरानी नहीं थी, जिससे यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने ठेकेदार और बिजली विभाग पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन ने शुरू की जांच, एसडीएम ने दिया आश्वासन
एसडीएम वंदना मिश्रा और थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। एसडीएम ने हादसे की जांच के आदेश देते हुए कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित एजेंसी और ठेकेदार पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।