Cricket
BCCI के आदेश के बाद रोहित शर्मा का बड़ा फैसला, विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे; विराट कोहली की चुप्पी पर सस्पेंस बरकरार
BCCI के “डोमेस्टिक क्रिकेट खेलो, तभी इंडिया के लिए खेलो” आदेश के बाद रोहित शर्मा ने मुंबई के लिए खेलने की पुष्टि की, जबकि विराट कोहली ने अब तक DDCA को कोई जवाब नहीं दिया है।
भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। BCCI (Board of Control for Cricket in India) के सख्त निर्देश के बाद — कि “जो खिलाड़ी भारत के लिए खेलना चाहते हैं, उन्हें घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना होगा” — टीम इंडिया के वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है।
रोहित शर्मा विजय हजारे ट्रॉफी में उतरेंगे
The Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को सूचित किया है कि वे आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे। मुंबई की टीम का अभियान 24 दिसंबर से शुरू होगा — यह वही समय है जब भारत का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज़ (3–9 दिसंबर) और न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज़ (11 जनवरी से) के बीच का अंतराल रहेगा।
इस निर्णय के साथ रोहित ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि वे BCCI की घरेलू क्रिकेट नीति के अनुरूप आगे बढ़ेंगे और खुद को 2027 वर्ल्ड कप के लिए तैयार रखेंगे।

विराट कोहली अब तक मौन
दूसरी ओर, विराट कोहली की उपलब्धता को लेकर स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, 37 वर्षीय विराट, जो इन दिनों लंदन में रह रहे हैं, ने अभी तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) को कोई औपचारिक सूचना नहीं दी है कि वे विजय हजारे में खेलेंगे या नहीं।
दोनों दिग्गज खिलाड़ी — रोहित और कोहली — अब केवल वनडे प्रारूप पर केंद्रित हैं, क्योंकि उन्होंने टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ऐसे में BCCI और टीम मैनेजमेंट ने दो टूक कह दिया है कि जो भी भविष्य में वनडे खेलना चाहता है, उसे घरेलू क्रिकेट का हिस्सा बनना होगा।
“बोर्ड और टीम मैनेजमेंट दोनों ने साफ कर दिया है कि अगर रोहित और विराट भारत के लिए खेलना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना होगा। अब उनके पास दो प्रारूपों से रिटायरमेंट के बाद यही रास्ता है कि वे मैच-फिट बने रहें,” — एक BCCI अधिकारी ने The Indian Express से कहा।
रोहित का डोमेस्टिक कमबैक
रोहित शर्मा ने इस साल की शुरुआत में रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए एक दशक बाद खेला था। अब वे विजय हजारे ट्रॉफी के अलावा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (26 नवंबर से) में खेलने पर भी विचार कर रहे हैं।
फिलहाल, वे मुंबई के शरद पवार इंडोर अकादमी में नियमित रूप से अभ्यास कर रहे हैं और खुद को डोमेस्टिक सीजन के लिए तैयार कर रहे हैं।
अजित अगरकर का साफ संदेश
राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख अजित अगरकर ने हाल ही में दोहराया था कि खिलाड़ियों के लिए घरेलू प्रतियोगिताओं में भाग लेना अनिवार्य है।
“हमने पहले भी यह स्पष्ट किया है कि जब भी खिलाड़ी उपलब्ध हों, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। यही एक तरीका है जिससे वे अपने खेल को शार्प रख सकते हैं,” — अगरकर ने कहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि रोहित और कोहली जैसे खिलाड़ी किसी ‘ट्रायल’ पर नहीं हैं, लेकिन चयनकर्ताओं को उनकी फिटनेस और फॉर्म का आकलन करने का यह ही सबसे सही तरीका है।

“वे भारत के सबसे सफल बल्लेबाजों में से हैं, लेकिन 2027 वर्ल्ड कप दूर है। घरेलू क्रिकेट ही उनके लिए निरंतर फॉर्म बनाए रखने का जरिया है।”
BCCI की सख्ती के पीछे कारण
हाल के वर्षों में वरिष्ठ खिलाड़ियों द्वारा घरेलू क्रिकेट को नज़रअंदाज़ करने की प्रवृत्ति बढ़ी थी। BCCI अब इसे खत्म करने के मूड में है, ताकि उभरते खिलाड़ियों और वरिष्ठों दोनों में प्रतिस्पर्धा बनी रहे।
विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई और दिल्ली दोनों टीमों के 6 राउंड निर्धारित हैं, जिससे दोनों दिग्गजों को पर्याप्त मैच टाइम मिल सकेगा।
आगे का रास्ता
अगर विराट कोहली भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक शानदार मौका होगा जब दो महान बल्लेबाज़ — रोहित और विराट — एक बार फिर घरेलू मैदान पर आमने-सामने दिखेंगे।
हालांकि फिलहाल विराट की चुप्पी ने उनके भविष्य के इरादों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
