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बारिश बनी कहर की वजह 7 राज्यों में तबाही के मंजर देख रूह कांप जाएगी
बिहार, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश समेत आधे भारत में बारिश ने मचाई तबाही, कटाव, बाढ़ और रेस्क्यू ऑपरेशन ने लोगों की नींदें उड़ाईं

देश के आधे हिस्से पर इन दिनों प्रकृति की सबसे भीषण मार पड़ी है। झमाझम बारिश और बाढ़ के हालातों ने उत्तर और मध्य भारत को बुरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है। बिहार, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्यों से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं। जहां एक ओर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है, वहीं दूसरी ओर पुलों, सड़कों और घरों का अस्तित्व तक खतरे में पड़ चुका है।
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मुंबई की मैक्सिमम आफत
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई एक बार फिर बारिश की वजह से थम गई है। अंधेरी सबवे बंद करना पड़ा, दहिसर की एक पुरानी बिल्डिंग पर पेड़ गिर गया, जिससे रास्ता जाम हो गया। समुद्र में उठ रही 17 फीट ऊंची लहरों ने हाई टाइड की चेतावनी को हकीकत में बदल दिया। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
गंगा का गुस्सा और भोजपुर की बेबसी
बिहार के भोजपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव जब हालात का जायजा लेने पहुंचे, तभी उनके सामने जमीन धंसने लगी। अब तक करीब 500 घर गंगा में समा चुके हैं। यहां गंगा की धार किसी तलवार की तरह गांवों को काट रही है।

मध्य प्रदेश में नदियों ने निगला रास्ता
ललितपुर जिले में बस चालक की लापरवाही से कई यात्रियों की जान खतरे में आ गई। पानी से लबालब भरे पुल को पार करते वक्त बस बहने से बाल-बाल बची। झांसी और उसके आसपास नेशनल हाईवे तालाब बन चुका है। बाइक सवारों को लोगों ने जान जोखिम में डालकर बचाया। नीमच में तो अंतिम संस्कार करने जा रहे लोगों को शव लेकर कमर तक पानी में चलना पड़ा।
ओडिशा और छत्तीसगढ़ भी बेहाल
ओडिशा के मलकानगिरी और मयूरभंज में पिछले 48 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है। पुलों पर 3 फीट तक पानी भर गया है। कन्या आश्रम पुल पूरी तरह जलमग्न है। छत्तीसगढ़ के पड्रा में एक बाइक सवार को जेसीबी से बचाया गया। इसके बाद उसी की डूबी हुई बाइक की तलाश जारी रही।
महाराष्ट्र में बाढ़ से स्कूल बच्चों की जान पर बन आई
गढ़चिरौली के अहेरी इलाके में सड़क पर पानी भर जाने से स्कूल जा रहे कई बच्चे फंस गए। ह्यूमन चेन बनाकर बच्चों ने खुद को सैलाब में बहने से रोका। चंद्रपुर में महानगर पालिका की व्यवस्था की पोल खुल गई, दो दिन से लगातार बारिश ने शहर को जलसमाधि की स्थिति में ला दिया।

बारिश का वैज्ञानिक विश्लेषण
मौसम विभाग के अनुसार 24 जुलाई की सुबह बंगाल की खाड़ी में एक दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हुआ था। अगले 24 घंटे में यह दबाव तेज हो गया और पश्चिम बंगाल से लेकर ओडिशा तक इसका असर फैल गया। इसका असर अब धीरे-धीरे उत्तर भारत तक पहुंच गया है।
इस समय जरूरी है कि लोग प्रशासन की सलाह मानें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। यह सिर्फ बारिश नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हमने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया है और अब उसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
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