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राहुल गांधी ने निभाया वादा दशरथ मांझी के परिवार को मिल रहा पक्का मकान
गया में माउंटेन मैन के घर पहुंचे राहुल गांधी ने जो किया उसका नतीजा अब दिख रहा है, परिवार की झोपड़ी की जगह बन रहा चार कमरों वाला मकान

बिहार के गया जिले में माउंटेन मैन दशरथ मांझी के परिवार के लिए वो दिन किसी त्योहार से कम नहीं जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी खुद उनके घर पहुंचे थे। मिट्टी और फूस से बनी उस झोपड़ी में बैठकर राहुल गांधी ने कोई बड़ा ऐलान नहीं किया था, परंतु आज उनके उसी ‘बिना कहे’ वादे ने आकार लेना शुरू कर दिया है।
दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी बताते हैं कि राहुल गांधी ने उस वक्त कुछ नहीं कहा, बस चुपचाप सब देखा और शायद उसी पल तय कर लिया कि इस घर को बदलना है। वही जगह जहां राहुल गांधी बैठे थे, अब वहां चार कमरों वाला नया मकान बन रहा है जिसमें किचन और बाथरूम भी होगा।
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भागीरथ ने कहा, “राहुल गांधी ने किसी के सामने कुछ नहीं कहा, भीड़ ज्यादा थी लेकिन उन्होंने हमारे मन की पीड़ा को महसूस किया। नीतीश कुमार या जीतन राम मांझी जैसे किसी मुख्यमंत्री या विधायक ने कभी इस परिवार को पक्का मकान देने की बात नहीं की, लेकिन राहुल गांधी ने कुछ बोले बिना जो वादा मन में किया, उसे निभा रहे हैं।”

राहुल गांधी के घर से जाने के कुछ दिन बाद ठेकेदार और इंजीनियर पहुंचे। मुआयना हुआ, नक्शा बना, टेंडर निकाला गया और अब निर्माण कार्य चालू है। यह सब हुआ कांग्रेस नेतृत्व और गया के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव के निर्देश के तहत।
भागीरथ के दामाद मिथुन मांझी ने बताया कि राहुल गांधी ने घर पर बैठकर उनसे पूरा हाल जाना। उन्होंने नाश्ता किया, पानी पिया और जब उन्होंने परिवार की स्थिति देखी तो बोले, “देखते हैं, जो होगा करेंगे।” अब उसी वाक्य का नतीजा है कि आज दशरथ मांझी का परिवार एक पक्के घर की ओर बढ़ रहा है।

मिथुन मांझी ने बताया कि राहुल गांधी का गृह प्रवेश समारोह में आना भी तय माना जा रहा है। जब मकान बनकर तैयार होगा, तब खुद राहुल गांधी फीता काटने आएंगे। यह सिर्फ एक मकान नहीं बल्कि दशरथ मांझी जैसे महान व्यक्तित्व को दिया गया सम्मान है।
बरसात के मौसम में जहां कभी टपकती छतों के नीचे दशरथ मांझी का परिवार रातें बिताता था, अब वहां एक सुरक्षित छत तैयार हो रही है। परिवार के साथ-साथ पूरे बिहार में इस पहल की सराहना हो रही है।