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5 मिनट की रैली ने 2 घंटे तक जाम कर दिया पूरा Puducherry शहर जनता में भड़का गुस्सा
Puducherry में चुनावी रैलियों के नाम पर हो रही सड़क जाम की घटनाओं से जनता परेशान है। प्रशासन की चुप्पी से नाराज लोग अब सख्त नियमों की मांग कर रहे हैं।

Puducherry की शांत गलियों और खूबसूरत सड़कों पर इन दिनों राजनीतिक गतिविधियों का शोर तेज़ है। लेकिन इस राजनीतिक जोश के बीच आम जनता का गुस्सा अब उबाल पर है। वजह है – मुख्य सड़कों पर हो रहे राजनीतिक आयोजनों के कारण बार-बार ट्रैफिक जाम और नागरिकों को हो रही परेशानी।
2026 विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही शहर में राजनीतिक दलों की रैलियों और कार्यक्रमों की बाढ़ आ गई है। परन्तु जिस प्रकार से इन कार्यक्रमों को बिना किसी नियम-कायदे के व्यस्त सड़कों पर आयोजित किया जा रहा है, उसने स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की ज़िंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है।

नियम ताक पर, सड़कों पर भीड़
Puducherry के नागरिकों की सबसे बड़ी शिकायत यह है कि अब राजनीतिक दल खुली जगहों या ऑडिटोरियम में कार्यक्रम आयोजित करने की परंपरा को छोड़कर सीधे मुख्य सड़कों पर ही भीड़ जमा कर रहे हैं। पार्टी झंडों के साथ समर्थकों की भीड़, डीजे और भाषणों की गूंज, और सड़क पर लगाए गए बैरिकेड्स – ये सब मिलकर आम जनता के लिए रोजमर्रा का जीवन दूभर बना रहे हैं।
एयरपोर्ट रोड बना राजनीति का मंच
हाल ही में एयरपोर्ट रोड पर दो बड़े आयोजन हुए। एक तो युथ कांग्रेस के एक नेता का जन्मदिन समारोह था, और दूसरा, एक पूर्व कांग्रेस नेता के All India NR Congress में शामिल होने का कार्यक्रम। इन दोनों आयोजनों में सड़क को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया, जिससे हजारों राहगीरों को तकलीफ हुई।
रविशंकर, जो अव्वई नगर के निवासी हैं, कहते हैं, “उस दिन जब जन्मदिन समारोह हो रहा था, मुझे अपने घर पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ा। ईसीआर रोड होते हुए लता स्टील जंक्शन से होकर आना पड़ा। छात्रों और ऑफिस जाने वालों को भी बहुत दिक्कतें आईं।”

स्कूल-ऑफिस टाइम में भी जाम
सबसे ज़्यादा हैरानी की बात यह थी कि नवालार स्कूल जंक्शन पर आयोजित एक राजनीतिक कार्यक्रम सुबह के पीक ऑवर्स में किया गया। उस समय उस मार्ग से सैकड़ों छात्र, शिक्षक और कर्मचारी गुजरते हैं। कार्यक्रम के कारण उन्हें संकरी गलियों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि दोनों आयोजनों में पार्टियों के शीर्ष नेता मौजूद थे, जब ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया।
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जनता का सवाल: किसने दी सड़क बंद करने की अनुमति?
नागरिकों का गुस्सा इस बात पर भी है कि इन आयोजनों के लिए प्रशासन की अनुमति कैसे मिली? रविकुमार सवाल करते हैं, “एक VIP के आने पर भी सड़क कुछ ही मिनटों के लिए रोकी जाती है, फिर ये दो घंटे तक सड़क कैसे बंद रही? क्या नियम कानून सिर्फ आम लोगों के लिए हैं?”
झंडों के लिए खोदी गई सड़कें
Cluny School के पास रहने वाले एक निवासी ने बताया कि पार्टी समर्थकों ने झंडे लगाने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर गड्ढे खोद डाले। इससे सड़क संकरी हो गई और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई।
प्रशासन की चुप्पी पर नाराज़गी
शहर के कई हिस्सों में लगातार इस तरह के आयोजन हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्यवाही नहीं दिखाई दे रही है। लोगों का कहना है कि अगर अभी सख्ती नहीं दिखाई गई, तो चुनाव नज़दीक आने पर यह स्थिति और बिगड़ेगी।

नियमों की माँग
नागरिकों की मांग है कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से नियमों को लागू करे और यह सुनिश्चित करे कि कोई भी राजनीतिक पार्टी मुख्य सड़कों पर कार्यक्रम आयोजित न कर सके। इसके लिए निर्धारित मैदान, सभागार या हॉल का उपयोग अनिवार्य किया जाना चाहिए।
अगर ऐसा नहीं हुआ, तो पुडुचेरी की सड़कों पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी, और आम जनता की परेशानी चुनावी शोर में दब जाएगी।
निष्कर्ष
राजनीति जनता के लिए होती है, लेकिन जब वही राजनीति जनता के रास्ते बंद कर दे, तो सवाल उठना लाज़मी है। पुडुचेरी के लोगों ने आवाज़ उठाई है, अब प्रशासन की ज़िम्मेदारी है कि वह समय रहते इस आवाज़ को सुने और कार्रवाई करे।