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PhysicsWallah IPO से पहले जानिए सबसे ज़रूरी नंबर, पहली बड़ी Edtech लिस्टिंग पर निवेशकों की नज़र
Byju’s संकट के बाद स्टॉक मार्केट में उतरने वाली पहली Indian edtech कंपनी, पूरा सब्सक्रिप्शन तो मिला लेकिन ग्रे-मार्केट सिग्नल रहे ठंडे
भारत का स्टार्टअप और एडटेक इकोसिस्टम एक बार फिर सुर्खियों में है। वजह है PhysicsWallah IPO – वह कंपनी जिसने यूट्यूब और किफायती ऑनलाइन क्लासेस से शुरुआत करके लाखों स्टूडेंट्स के बीच अपनी पहचान बनाई, अब सीधे स्टॉक मार्केट के दरवाज़े पर दस्तक दे चुकी है।
Byju’s जैसे बड़े प्लेयर्स की गिरती साख और फाइनेंशियल संकट के बाद यह पहली बार है जब कोई इंडियन edtech कंपनी पब्लिक मार्केट में लिस्ट होने जा रही है। ऐसे में छोटे रिटेल निवेशक से लेकर बड़े इंस्टीट्यूशनल प्लेयर तक सबकी नज़र PhysicsWallah के IPO पर टिकी हुई है।
लेकिन लिस्टिंग से पहले आपके लिए सबसे ज़रूरी सवाल यही है – आख़िर इस IPO के नंबर क्या कहते हैं?
IPO कितना सब्सक्राइब हुआ?
तीन दिन के इश्यू के बाद PhysicsWallah IPO कुल 1.81 गुना सब्सक्राइब हुआ। ब्रॉड पिक्चर कुछ ऐसी रही –
- Qualified Institutional Buyers (QIBs): 2.7 गुना
- Non-Institutional Investors (NII): लगभग 48%
- Retail Investors: 1.06 गुना
- Employees: 3.49 गुना
यानी शुरुआत में जबरदस्त उत्साह नहीं दिखा, खासकर पहले दिन तो रेस्पॉन्स काफी कमजोर रहा। ज़्यादातर क्वांटिटी आखिरी दिन सब्सक्राइब हुई, जब QIB सेगमेंट ने आकर इश्यू को संभाला और इश्यू की इज़्ज़त बचाई।
रिटेल साइड पर ओवर–सब्सक्रिप्शन बहुत बड़ा नहीं था, जो इस बात का संकेत भी है कि छोटे निवेशक अभी edtech सेक्टर को लेकर थोड़ा सावधान हैं।
ग्रे मार्केट प्रीमियम – ठंडी हवा का इशारा
IPO के आसपास हमेशा एक टर्म ज़रूर सुनने को मिलता है – ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)। यह अनऑफिशियल मार्केट में शेयर की अतिरिक्त कीमत का संकेत होता है और अक्सर इससे लिस्टिंग के मूड का अंदाज़ा लगाया जाता है।
PhysicsWallah के केस में,
- शुरूआती दिनों में GMP लगभग 9% प्रीमियम दिखा रहा था
- लेकिन इश्यू बंद होते–होते यह ज़ीरो पर आ गया
यानी ग्रे मार्केट के हिसाब से लिस्टिंग पर बहुत ज़्यादा मुनाफ़े की उम्मीद नहीं दिख रही थी। निवेशकों के लिए यह एक चेतावनी की तरह है कि सिर्फ़ “लिस्टिंग गेन” के भरोसे पैसा न लगाया जाए, बल्कि कंपनी के फंडामेंटल्स भी समझे जाएँ।
Issue Size, Price Band और Valuation
IPO के कुछ अहम नंबर इस तरह हैंः
- Issue Size: ₹3,480 करोड़
- Price Band: ₹103–₹109 प्रति शेयर
- Estimated Valuation: लगभग ₹31,500 करोड़
- जो पिछली वैल्यूएशन से करीब 35% ज़्यादा है
इश्यू दो हिस्सों में बंटा है –
- Fresh Issue: ₹3,100 करोड़
- Offer for Sale (OFS): ₹380 करोड़
- जिसमें से लगभग ₹190–₹190 करोड़ की सेल दो को–फाउंडर्स – Alakh Pandey और Prateek Maheshwari की ओर से है
मतलब कंपनी में नया पैसा भी आएगा, और साथ ही फाउंडर्स थोड़ी हिस्सेदारी कैश आउट भी कर रहे हैं।

Fresh Issue का पैसा कहाँ लगेगा?
किसी भी IPO में यह समझना ज़रूरी होता है कि कंपनी नया पैसा कहां खर्च करेगी। PhysicsWallah ने अपनी प्लानिंग साफ–साफ बताई है –
- नए ऑफलाइन और हाइब्रिड सेंटर खोलने पर: ₹460 करोड़
- मौजूदा सेंटरों के Lease Payment पर: ₹548 करोड़
- Subsidiaries में निवेश के लिए: ₹75 करोड़
- बाकी पैसा Acquisitions और General Corporate Purpose के लिए
इसे आसान भाषा में समझें तो कंपनी अब सिर्फ ऑनलाइन तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि अपने ऑफलाइन और हाइब्रिड नेटवर्क को आक्रामक तरीके से बढ़ाने के मूड में है।
IPO से पहले किसके पास थी सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी?
लिस्टिंग से पहले शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर कुछ इस तरह था –
- Founders (Alakh Pandey + Prateek Maheshwari): करीब 80.7%
- WestBridge: लगभग 6.4%
- Hornbill: लगभग 4.41%
यानी कंट्रोल अब भी ज़्यादातर फाउंडर्स के हाथ में है, लेकिन बड़े फ़ंड्स की मौजूदगी से कंपनी को इंस्टिट्यूशनल सपोर्ट भी मिलता है।
Anchor Investors – बड़े नामों की लंबी लिस्ट
लिस्टिंग से ठीक पहले PhysicsWallah ने Anchor Investors से ₹1,563 करोड़ जुटाए।
इस राउंड में लगभग 57 बड़े निवेशकों ने हिस्सा लिया, जिनमें शामिल हैं –
- ICICI Prudential
- Kotak
- Nippon Life
- Franklin Templeton
- Goldman Sachs
- Fidelity
- Aditya Birla Sun Life
कुल मिलाकर करीब 14 करोड़ शेयर ₹109 प्रति शेयर के भाव पर अलॉट किए गए, जिनमें से लगभग 55% हिस्सेदारी म्यूचुअल फंड्स के 35 स्कीम्स के पास गई।
Think Investments ने भी अपना स्टेक बढ़ाया और 10.72 मिलियन शेयर 14 कर्मचारियों से सेकेंडरी डील के ज़रिए खरीदे – वह भी इश्यू प्राइस से करीब 17% प्रीमियम पर।
यह सब मिलकर यह मैसेज देते हैं कि लॉन्ग–टर्म इंस्टिट्यूशनल निवेशकों का भरोसा कंपनी पर मौजूद है।
छोटे निवेशक क्या करें?
PhysicsWallah IPO के नंबर मिले–जुले हैं –
- Subscription ठीक–ठाक
- Instutional Support मजबूत
- GMP ज़्यादा आकर्षक नहीं
ऐसे में रिटेल निवेशकों के लिए समझदारी यही है कि –
- सिर्फ़ लिस्टिंग गेन के लिए नहीं,
- बल्कि कंपनी की Revenue Growth, Profitability, Edtech सेक्टर के रिस्क और Offline Expansion की Strategy देखकर ही फैसला लें।
Byju’s के बाद पूरा सेक्टर सवालों के घेरे में है, लेकिन PhysicsWallah की स्ट्रॉन्ग ब्रांड वैल्यू, किफायती कोर्स और हाइब्रिड मॉडल इसे अलग भी बनाते हैं।
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