Moradabad News
मुरादाबाद में बाढ़ का कहर: 15 दिन में 9 की मौत, सिपाही तक बहा पानी में
रामगंगा और गागन नदी उफान पर, गांवों में कटान का डर, शहर की गलियां जलमग्न, जिम्मेदार सिस्टम लापता

मुरादाबाद में बाढ़ बना जानलेवा संकट
मुरादाबाद जिले में बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। रामगंगा और गागन नदी का जलस्तर बीते कुछ हफ्तों से खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है, जिससे शहर से लेकर गांव तक तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं। बीते 15 दिनों में बाढ़ के पानी में डूबने से सिपाही मोनू कुमार सहित नौ लोगों की जान जा चुकी है।
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कटान से गांवों में खौफ, खेत-खलिहान लील रही नदी
रामगंगा नदी का पानी वीकनपुर पुल के आसपास के एप्रोच रोड को काट चुका है, जिससे आवाजाही बाधित है। गांव के लोग डर में जी रहे हैं क्योंकि नदी का बहाव अब महज 100 मीटर की दूरी पर रह गया है। ग्रामीणों का कहना है कि चार बीघा खेत में लगा आम का बाग पहले ही बह चुका है। यदि शेष ज़मीन भी कट गई तो पानी सीधे गांव में घुस जाएगा। बावजूद इसके, प्रशासन ने अभी तक कोई मदद नहीं भेजी है।
शहर के 20 से ज्यादा मोहल्ले जलमग्न
एक ओर गांवों में बाढ़ से खेत उजड़ रहे हैं, वहीं शहर में नालों की अव्यवस्था की वजह से महज 10 मिनट की बारिश में रामगंगा विहार, लाजपतनगर, भोलानाथ कॉलोनी, बुद्धि विहार, करुला समेत दो दर्जन से अधिक मोहल्ले तालाब में बदल गए।
भोलानाथ कॉलोनी में तो हालात इतने बिगड़ गए कि लोग घरों में कैद होकर खुद सफाई करने को मजबूर हो गए। विपत्ति में प्रशासन की गैरमौजूदगी लोगों की परेशानी को और बढ़ा रही है।
दर्दनाक हादसे: एक के बाद एक डूबकर गई जानें
- सिपाही मोनू कुमार, गश्त के दौरान तेलीघाट में बह गए
- रामवती, घास काटते वक्त नदी में गिरीं
- सरोज, लपकना नदी में कूदकर जान दे दी
- सौरभ उर्फ विक्की, बाइक समेत बह गया
- दिनेश सैनी, तालाब में मछली पकड़ते समय डूबा
- फरियाद, तालाब में नहाने गया और वापस नहीं लौटा
हर एक हादसे के पीछे है एक बेपरवाह सिस्टम और बुनियादी सुरक्षा उपायों की कमी।
मौसम की मार: दोपहर में बारिश, सुबह-शाम तपिश
रविवार को मौसम हर पहर रंग बदलता रहा। सुबह जहां धूप ने बेहाल किया, वहीं दोपहर बाद अचानक बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज़ बारिश शुरू हो गई। तीन बजे के बाद हुई बारिश ने शहर को भिगो दिया और लोगों को कुछ देर की राहत दी।
कितनी हुई बारिश? जानिए आंकड़े
- मुरादाबाद: 14.5 मिमी
- ठाकुरद्वारा: 16 मिमी
- बिलारी: 15.5 मिमी
- कांठ: 4.6 मिमी
- औसत बारिश: 12.65 मिमी
- तापमान: अधिकतम 34.5°C | न्यूनतम 27.5°C
सवाल वही: राहत कब मिलेगी?
जहां एक ओर लोग घरों में कैद हैं, खेत बर्बाद हो रहे हैं और जानें जा रही हैं, वहीं प्रशासन का रवैया ‘देखते हैं, होता क्या है’ जैसा लग रहा है।
बाढ़ और बारिश की मार झेल रहे मुरादाबाद के लोग अब सवाल पूछ रहे हैं — “हमारा कसूर क्या है?”
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