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Politics

बिहार में वोटर लिस्ट संशोधन के खिलाफ INDIA गठबंधन का हल्लाबोल, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की अगुवाई में प्रदर्शन

पटना से शुरू हुआ महागठबंधन का मार्च, सोनपुर-हाजीपुर में जले टायर, जहानाबाद में रेल ट्रैक जाम, ईसीआई की ‘SIR’ प्रक्रिया को लेकर गहराया विवाद

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Rahul Gandhi, Tejashwi Yadav Lead INDIA Bloc Protest Against Voter Roll Revision in Bihar
पटना में चुनाव आयोग के खिलाफ मार्च निकालते राहुल गांधी और तेजस्वी यादव, सड़क पर उमड़ी महागठबंधन की भीड़

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले वोटर लिस्ट के विशेष संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। महागठबंधन (INDIA bloc) के घटक दलों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है।

आज सुबह पटना के गोलंबर स्थित आयकर दफ्तर से लेकर चुनाव आयोग कार्यालय तक एक विशाल मार्च का आयोजन किया गया, जिसकी अगुवाई राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने की।


“SIR प्रक्रिया तानाशाही है” – तेजस्वी यादव का आरोप

राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, वामपंथी दल, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और पप्पू यादव जैसे स्वतंत्र नेताओं के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन का उद्देश्य, चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई SIR प्रक्रिया और नए श्रम संहिता (Labour Code) का विरोध करना था।


तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा,

“यह प्रक्रिया भ्रम पैदा कर रही है, इतनी कम समय में वोटर लिस्ट में बदलाव करना लोकतंत्र को कमजोर करने की साज़िश है। इसका फायदा एनडीए को पहुंचाने की कोशिश हो रही है।”


हाजीपुर-सोनपुर में सड़कें बंद, जहानाबाद में ट्रेनों पर ब्रेक

प्रदर्शन की शुरुआत से पहले ही हाजीपुर में गांधी सेतु पर RJD समर्थकों ने टायर जलाकर रास्ता बंद कर दिया। वहीं सोनपुर में RJD विधायक मुकेश रोशन के नेतृत्व में मुख्य सड़कें जाम की गईं।

जहानाबाद रेलवे स्टेशन पर RJD की छात्र इकाई ने रेल की पटरियों पर बैठकर ट्रेनों की आवाजाही को रोका।

इस आंदोलन के चलते पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है, विशेष रूप से पटना, सोनपुर और हाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।


‘भारत बंद’ के साथ मिला जन समर्थन

यह ‘चक्का जाम’ आंदोलन 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा घोषित ‘भारत बंद’ के साथ भी मेल खा रहा है, जहां न्यूनतम वेतन, श्रम कानूनों में संशोधन और कर्मचारी अधिकारों की बहाली जैसे मुद्दों को लेकर देशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं।


चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया का इंतजार

अब सबकी नजर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की प्रतिक्रिया पर टिकी है, जिसने अब तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है।

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