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गुरु रंधावा के गाने पर मचा बवाल सोशल मीडिया पर लगा नाबालिगों के शोषण और ड्रग्स प्रमोशन का आरोप

गुरु रंधावा के नए म्यूजिक वीडियो Azul और गाने Sirra को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश, समराला कोर्ट ने 2 सितंबर को तलब किया।

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Guru Randhawa Controversy Azul और Sirra पर सोशल मीडिया आक्रोश और कोर्ट समन
गुरु रंधावा के गाने Azul और Sirra को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश, कोर्ट ने किया तलब।

पंजाबी पॉप स्टार गुरु रंधावा, जिन्हें Lahore और High Rated Gabru जैसे सुपरहिट गानों के लिए जाना जाता है, इस वक्त गंभीर विवादों में घिर चुके हैं। उनका हालिया म्यूजिक वीडियो Azul सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहा है। आरोप है कि इस वीडियो में स्कूल ड्रेस पहनी लड़कियों को यौनिक रूप में पेश किया गया है, जिससे दर्शकों में आक्रोश फैल गया है।

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वीडियो में गुरु रंधावा एक फोटोग्राफर बने हैं जो ऑल-गर्ल्स स्कूल सेटअप में लड़कियों पर नज़रें गड़ाए दिखते हैं। जिस कॉन्सेप्ट को शायद हल्के-फुल्के एंटरटेनमेंट के तौर पर पेश करना चाहा गया, वह दर्शकों को गलत मैसेज देता दिखा। आलोचकों का कहना है कि इस वीडियो ने पेडोफीलिया को ग्लैमोराइज किया है और नाबालिगों की ऑब्जेक्टिफिकेशन (वस्तुकरण) को बढ़ावा दिया है।

एक यूज़र ने X पर लिखा—“गुरु रंधावा का नया वीडियो घिनौना है। एक बड़े आदमी का स्कूल गर्ल्स के प्रति आकर्षण दिखाना और उसे रोमांटिक बताना बिल्कुल गलत है। पेडोफीलिया म्यूजिक नहीं है।” वहीं एक अन्य ने लिखा—“इस तरह के वीडियोज़ हमारे समाज में पहले से मौजूद ईव-टीजिंग और शोषण को सामान्य बनाने का काम करते हैं। यह खतरनाक है।”

विवाद यहीं खत्म नहीं होता। Azul को लेकर विरोध बढ़ने के बाद गुरु रंधावा ने इंस्टाग्राम पर अपने गाने की पोस्ट पर कमेंट्स रिस्ट्रिक्ट कर दिए हैं। यह कदम आलोचना से बचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

इसी बीच, गायक के लिए एक और मुश्किल खड़ी हो गई है। समराला कोर्ट ने उन्हें 2 सितंबर को तलब किया है। यह मामला उनके गाने Sirra से जुड़ा है, जिसमें एक लाइन—“जमिया नू गुढ़ती ‘च मिलदी अफ़ीम है”—को अदालत ने ड्रग्स के प्रचार और आपत्तिजनक माना है।

सोशल मीडिया पर #GuruRandhawa लगातार ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोग कह रहे हैं कि जिस कलाकार का इतना बड़ा कल्चरल इन्फ्लुएंस है, उसे समझदारी से कंटेंट बनाना चाहिए। आलोचकों का मानना है कि इस तरह के गाने और वीडियो युवाओं के लिए खतरनाक संदेश दे सकते हैं।

फिलहाल, गुरु रंधावा ने न तो Azul पर उठे बवाल पर कोई प्रतिक्रिया दी है और न ही Sirra से जुड़े कोर्ट केस पर कोई बयान जारी किया है। लेकिन इन दोनों विवादों ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में कला की आड़ में क्या-क्या जायज़ ठहराया जा रहा है? और क्या कलाकारों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभानी चाहिए?