Automobile
GST 2.0 के बाद छोटे SUV की मांग में जबरदस्त उछाल, हैचबैक की बिक्री में गिरावट जारी
सितंबर 2025 में लागू हुए GST 2.0 सुधारों ने भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर का नक्शा बदल दिया है — छोटे SUV की बिक्री नई ऊंचाइयों पर है जबकि हैचबैक गाड़ियां पिछड़ रही हैं।
भारत के पैसेंजर व्हीकल मार्केट में GST 2.0 सुधारों के बाद उपभोक्ताओं की पसंद में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। सितंबर 2025 में हुए कर ढांचे के संशोधन के बाद ग्राहक अब कॉम्पैक्ट SUV की ओर तेजी से झुक रहे हैं, जबकि हैचबैक गाड़ियों की बिक्री लगातार गिरावट में है।
ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़ी SIAM (Society of Indian Automobile Manufacturers) की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 के पहले दस महीनों में सब-4 मीटर SUV वाहनों ने कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री में 30% से अधिक हिस्सा हासिल किया, जबकि हैचबैक की हिस्सेदारी घटकर 21.9% रह गई। FY2019 में यह हिस्सा 46% था।
GST में कटौती से SUV को मिला फायदा
22 सितंबर 2025 को लागू GST 2.0 सुधारों के तहत, अधिकांश पैसेंजर गाड़ियों पर टैक्स घटाकर 29–31% से घटाकर 18% कर दिया गया, जिससे गाड़ियों के दामों में उल्लेखनीय गिरावट आई। वहीं, लग्जरी और बड़ी गाड़ियों पर टैक्स 50% से घटाकर 40% किया गया।

इस बदलाव का फायदा सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचा। सितंबर 2025 में कार बिक्री में 4.4% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई, जो त्योहारी सीजन से पहले उपभोक्ता उत्साह को दर्शाता है।
कंपनियों का रुख
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के सीओओ तरुण गर्ग के अनुसार, जनवरी से अगस्त 2025 के बीच SUV सेगमेंट की हिस्सेदारी 54.4% रही, जो अक्टूबर में बढ़कर 57% हो गई। उन्होंने कहा —
“GST कटौती ने ग्राहकों को उच्च वैरिएंट्स खरीदने के लिए प्रेरित किया है। इससे न केवल बिक्री बढ़ी, बल्कि SUV अब ग्राहकों की पहली पसंद बन गई हैं।”
टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हुंडई जैसी कंपनियों ने SUV पोर्टफोलियो में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की। सितंबर 2025 में हुंडई की घरेलू बिक्री का 72.4% हिस्सा SUV से आया, जबकि टाटा मोटर्स ने 58,000 यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री की। महिंद्रा की घरेलू बिक्री में 3.5% की वृद्धि दर्ज की गई।
क्या हैचबैक दोबारा वापसी कर पाएंगी?
हालांकि SUV मार्केट का वर्चस्व जारी है, लेकिन मारुति सुजुकी जैसी कंपनियों को पहली बार कार खरीदने वालों और टू-व्हीलर मालिकों से कुछ सकारात्मक संकेत मिले हैं। अक्टूबर 2025 में कंपनी की Swift, Baleno और Dzire जैसी कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री बढ़कर 76,143 यूनिट्स हो गई, जो पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 15% की वृद्धि दर्शाती है।

हालांकि, एंट्री-लेवल हैचबैक जैसे Alto और S-Presso की बिक्री में कोई खास सुधार नहीं दिखा। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, अब भारतीय ग्राहक थोड़े अधिक बजट में फीचर-रिच SUV खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
मार्केट में बदलाव की नई दिशा
2025 का वर्ष भारत के कार बाजार में एक संरचनात्मक बदलाव का प्रतीक बन गया है। छोटे SUV अब उन दामों पर उपलब्ध हैं, जिन पर पहले प्रीमियम हैचबैक आती थीं। परिणामस्वरूप, खरीदार ऊंची ग्राउंड क्लीयरेंस, बेहतर फीचर्स और दमदार लुक वाली गाड़ियों को तरजीह दे रहे हैं।
त्योहारी सीजन की मांग और GST कटौती के संयुक्त प्रभाव ने यह साफ कर दिया है —
“भारत का पैसेंजर व्हीकल मार्केट अब छोटे SUV के इर्द-गिर्द घूम रहा है, जबकि हैचबैक गाड़ियां अब अपने पुराने सुनहरे दौर की तलाश में हैं।”
