Crime
ग्रेटर नोएडा की लिफ्ट बनी अखाड़ा: शराब के नशे में भिड़े कई लोग वायरल वीडियो से मचा हड़कंप
मिग्सन व्यान सोसाइटी में लिफ्ट के भीतर लात-घूंसे चलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच

ग्रेटर नोएडा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां मिग्सन व्यान सोसाइटी (Eta-2 सेक्टर) की लिफ्ट एकाएक कुश्ती के अखाड़े में तब्दील हो गई। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि आधा दर्जन से ज्यादा लोग एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसाते हुए दिखाई दे रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सूरजपुर थाना पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू कर दी गई है।
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यह हिंसक झड़प कथित तौर पर शराब पीने के बाद आपसी विवाद से शुरू हुई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि लिफ्ट में घुसते ही दो पक्षों के बीच कहासुनी शुरू होती है, जो कुछ ही सेकेंड में मारपीट में बदल जाती है। लात-घूंसे, धक्कामुक्की और गालियों के बीच लिफ्ट की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल नजर आई।
शराब और सुरक्षा के बीच फंसी सोसाइटी की शांति
स्थानीय निवासियों के अनुसार, सोसाइटी में नशे की हालत में लोगों का बर्ताव पहले भी विवाद का कारण बन चुका है, लेकिन इस बार घटना कैमरे में कैद हो गई। यह घटना न सिर्फ स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सोसाइटी प्रबंधन की लापरवाही को भी उजागर करती है।
इस घटना के बाद कई निवासियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और नोएडा पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मांग की जा रही है कि सोसाइटी की सिक्योरिटी और सीसीटीवी निगरानी को और मजबूत किया जाए।

पुलिस ने शुरू की पहचान और कानूनी कार्रवाई
सूरजपुर थाना प्रभारी ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर सभी संदिग्धों की पहचान की जा रही है। पुलिस की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती, चाहे वह नशे में हो या नहीं। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने यह भी जांच शुरू की है कि क्या लिफ्ट में लगे कैमरे कार्यरत थे या नहीं। अगर सुरक्षा उपकरण काम नहीं कर रहे थे तो सोसाइटी प्रबंधन की जवाबदेही तय की जाएगी।
वीडियो वायरल: सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, नेटिज़न्स का गुस्सा फूट पड़ा। कई यूज़र्स ने इसे ‘शहर की गिरती सामाजिक व्यवस्था’ का उदाहरण बताया। लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि जब तक ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक शहरों में रहने वाले आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी?
शांति की अपील और जागरूकता की ज़रूरत
इस घटना के बाद समाजशास्त्रियों और स्थानीय नेताओं ने कहा है कि सोसाइटी में रह रहे लोगों को शराब पीने की सीमा और सार्वजनिक व्यवहार के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। साथ ही, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) को ऐसे मामलों में फास्ट-ट्रैक शिकायत तंत्र लागू करना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी बड़ी अनहोनी को रोका जा सके।