Natural Disaster
गाजीपुर में बाढ़ से मिली थोड़ी राहत गंगा की रफ्तार धीमी—अब हर घंटे सिर्फ 1 सेंटीमीटर बढ़ रहा जलस्तर
रेलवे ने ताड़ीघाट पुल पर लगाया अत्याधुनिक सेंसर सिस्टम SMS अलर्ट से अब जलस्तर पर होगी तुरंत नजर

गंगा किनारे बसे गाजीपुर ज़िले में बाढ़ की आशंका से डरे लोगों को अब थोड़ी राहत मिली है। बीते कई दिनों से तेजी से बढ़ रहा गंगा नदी का जलस्तर अब धीमा हो गया है। बुधवार को जलस्तर में केवल 1 सेंटीमीटर प्रति घंटा की वृद्धि दर्ज की गई, जो बीते सप्ताह की तुलना में बहुत धीमी है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, वर्तमान में गंगा का जलस्तर 56.700 मीटर पर है, जो चेतावनी बिंदु से अभी भी 4.85 मीटर दूर है। हालांकि जलस्तर में वृद्धि अब भी जारी है, लेकिन रफ्तार कम होने से तटवर्ती गांवों में डर का माहौल कुछ हद तक कम हुआ है।

इस बीच, बाढ़ की स्थिति पर बेहतर नियंत्रण और समय रहते चेतावनी देने के लिए रेलवे ने गाजीपुर-ताड़ीघाट रेल सह सड़क पुल पर सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के पीडब्लूआई अधिकारी आदित्य कुमार तिवारी ने जानकारी दी कि यह सिस्टम सोलर पैनल आधारित सेंसर और चिप से लैस है, जो हर निर्धारित समय पर गंगा के जलस्तर की जानकारी SMS के ज़रिए अधिकारियों को भेजता है। इससे बाढ़ की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करना संभव हो पाएगा और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यह तकनीक गंगा नदी पर पहली बार इस तरह से लागू की गई है, जिससे भविष्य में किसी भी आपदा के दौरान तुरंत चेतावनी और रेस्पॉन्स संभव होगा।
गंगा के जलस्तर पर नजर रखने के लिए अब डिजिटल सिस्टम की शुरुआत गाजीपुर जैसे बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके ज़रिए न केवल रेलवे बल्कि स्थानीय प्रशासन को भी जलस्तर में हो रहे बदलाव की सटीक और रीयल टाइम जानकारी मिल सकेगी।
