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फवाद खान माहिरा और शाहिद अफरीदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स 24 घंटे में दोबारा बैन फैंस में मचा हड़कंप
पाकिस्तानी स्टार्स के इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट्स रहस्यमयी ढंग से हुए ब्लॉक, बैन की वजह पर चुप है सरकार

पाकिस्तान की शोबिज़ और क्रिकेट इंडस्ट्री से जुड़ी कई बड़ी हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर फिर से संकट के बादल मंडरा रहे हैं। गुरुवार सुबह फवाद खान, माहिरा खान, युमना जैदी, हानिया आमिर और क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट्स पर अचानक प्रतिबंध लगा दिया गया। यह घटनाक्रम केवल 24 घंटे के भीतर दूसरी बार सामने आया है, जिसने उनके लाखों चाहने वालों को हैरानी में डाल दिया है।
पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान में इंटरनेट सेंसरशिप को लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही थीं। लेकिन अब जब द हमसफर स्टार फवाद खान और बॉलीवुड की रईस गर्ल माहिरा खान जैसे नाम इस चपेट में आए हैं, तब मामला और भी गंभीर हो गया है। फिलहाल, पाकिस्तान सरकार की ओर से इस कदम को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, जिससे अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह बैन किसी “राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के उल्लंघन” के तहत लगाया गया है, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। पूर्व पाक कप्तान और सियासी चेहरा बन चुके शाहिद अफरीदी के फैनपेज भी प्रभावित हुए हैं। कई यूज़र्स ने दावा किया कि जब उन्होंने इन स्टार्स के प्रोफाइल को एक्सेस करने की कोशिश की, तो “This account has been restricted” या “Temporarily unavailable” जैसे मैसेज नजर आए।
इस घटनाक्रम ने ना सिर्फ सोशल मीडिया यूजर्स को झकझोर दिया है, बल्कि पाकिस्तान के अंदर अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर भी बहस शुरू हो गई है। सिनेमाई जगत की चमकदार हस्ती मावरा होकेन और ड्रामा क्वीन युमना जैदी जैसी कलाकारों के अकाउंट्स पर भी यही असर देखा गया है।
पिछले साल भी पाकिस्तानी पत्रकारों और एक्टिविस्ट्स के अकाउंट्स अस्थाई रूप से बैन किए गए थे, लेकिन इस बार कलाकारों और खिलाड़ियों को शामिल किए जाने से यह मामला पहले से ज़्यादा संवेदनशील हो गया है।
वहीं, फैंस सोशल मीडिया पर लगातार पूछ रहे हैं – “क्या अब सेलिब्रिटीज़ भी सुरक्षित नहीं हैं?” कई फॉलोअर्स ने जैसे हैशटैग ट्रेंड करने शुरू कर दिए हैं।
अगर यह सिलसिला यूं ही चलता रहा, तो पाकिस्तानी डिजिटल स्पेस में कलाकारों और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।