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एशिया कप इतिहास के 5 सबसे तेज शतक एक भारतीय ने भी छोड़ी अपनी छाप
शाहिद अफरीदी से लेकर सुरेश रैना तक इन बल्लेबाजों ने गेंदबाजों की नींद उड़ाई

एशिया कप का जिक्र आते ही क्रिकेट प्रेमियों की आंखों में रोमांच और यादें ताज़ा हो जाती हैं। 1984 से शुरू हुए इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कई दिग्गज बल्लेबाजों ने अपने धमाकेदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीता है। खासकर, जब बात आती है सबसे तेज शतकों की, तो कुछ नाम हमेशा इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज रहेंगे।
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आगामी एशिया कप 2025 के आगाज से पहले हम आपको ले चलते हैं उन पांच बल्लेबाजों की यादगार पारियों में, जिन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से मैदान पर आग लगा दी और रिकॉर्ड बुक में अपना नाम अमर कर दिया।
1. शाहिद अफरीदी – 53 गेंदों में शतक
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ दांबुला में ऐसा तूफान मचाया जिसे आज भी फैंस याद करते हैं। महज 53 गेंदों में शतक पूरा करने वाले अफरीदी ने 60 गेंदों पर 124 रन बनाए, जिसमें 17 चौके और 4 छक्के शामिल थे। इस पारी की बदौलत पाकिस्तान ने 139 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज की।
2. सनथ जयसूर्या – 55 गेंदों में शतक
श्रीलंका के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने 2008 में कराची में बांग्लादेश के खिलाफ 55 गेंदों में शतक जड़ा। उनकी 88 गेंदों की 130 रनों की पारी में चौकों-छक्कों की बरसात हुई और श्रीलंका ने यह मुकाबला 158 रनों के बड़े अंतर से जीता।

3. सुरेश रैना – 66 गेंदों में शतक
भारत के पूर्व स्टार ऑलराउंडर सुरेश रैना ने 2008 में कराची में हांगकांग के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 66 गेंदों में शतक ठोक दिया। वह भारत की ओर से एशिया कप में सबसे तेज शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने। रैना की यह पारी आज भी भारतीय क्रिकेट फैंस के दिलों में बसी हुई है।
4. इफ्तिखार अहमद – 67 गेंदों में शतक
पाकिस्तान के इफ्तिखार अहमद ने 2023 में मुल्तान में नेपाल के खिलाफ 67 गेंदों में शतक पूरा किया। उनकी पारी ने पाकिस्तान की जीत की नींव रखी और यह साबित किया कि वह बड़े मंच पर भी विस्फोटक बल्लेबाजी कर सकते हैं।
5. शाहिद अफरीदी – 68 गेंदों में शतक
इस सूची में अफरीदी का नाम दो बार आता है। 2010 में श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में उन्होंने 68 गेंदों में शतक ठोका था। यह पारी उनके करियर की एक और यादगार उपलब्धि रही।
इन पारियों में सिर्फ रन ही नहीं, बल्कि बल्लेबाजों का आत्मविश्वास और आक्रामकता भी देखने को मिली। एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में ऐसे प्रदर्शन न केवल टीम के लिए, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी अविस्मरणीय पल बन जाते हैं। आने वाले सीजन में भी फैंस को ऐसे धमाकेदार शतकों का इंतजार रहेगा।