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Luxury Lifestyle

अमिताभ बच्चन का आलीशान बंगला जलसा कीमत अंदरूनी झलक और इससे जुड़ी अनकही बातें

मुंबई के जुहू में स्थित ‘जलसा’ केवल एक घर नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के शहंशाह अमिताभ बच्चन की पहचान और विरासत का प्रतीक है।

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मुंबई स्थित अमिताभ बच्चन का बंगला 'जलसा', जहाँ हर रविवार फैंस की लगती है भीड़।
मुंबई स्थित अमिताभ बच्चन का बंगला 'जलसा', जहाँ हर रविवार फैंस की लगती है भीड़।

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सिर्फ अपने अभिनय के लिए नहीं, बल्कि अपने भव्य बंगले ‘जलसा’ के लिए भी जाने जाते हैं। मुंबई के जुहू इलाके में स्थित यह आलीशान घर न केवल फैंस की आस्था का केंद्र है, बल्कि यह संपत्ति अपने आप में एक लग्जरी मिसाल है। अक्सर फैंस रविवार को ‘जलसा’ के बाहर जमा होकर बिग बी की एक झलक पाने का इंतजार करते हैं।

कितनी है जलसा की अनुमानित कीमत?
सूत्रों के मुताबिक, ‘जलसा’ की मौजूदा अनुमानित कीमत ₹100 से ₹120 करोड़ के बीच आंकी गई है। हालांकि यह कोई सरकारी आँकड़ा नहीं है, लेकिन रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के अनुसार जुहू जैसे पॉश इलाके में इतने बड़े प्लॉट और दो-मंजिला बंगले की कीमत इतनी ही हो सकती है।

कैसा है ‘जलसा’ अंदर से?
कभी निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी द्वारा गिफ्ट किए गए इस बंगले को अब तक कई बार रेनोवेट किया गया है। ‘जलसा’ अंदर से क्लासिक और मॉडर्न डिजाइन का अद्भुत संगम है। लकड़ी से बनी सीढ़ियां, एंटीक फर्नीचर, दीवारों पर फिल्मों के पोस्टर और परिवार की पुरानी तस्वीरें इस घर को भावनात्मक रूप से समृद्ध बनाते हैं। ‘कौन बनेगा करोड़पति’ से लेकर ‘शोले’ तक की यादें हर कोने में बसी हैं।

मुंबई स्थित अमिताभ बच्चन का बंगला 'जलसा', जहाँ हर रविवार फैंस की लगती है भीड़।



बच्चन परिवार के अन्य घर
अभिनेता और ‘शहंशाह’ के नाम से पहचाने जाने वाले महानायक के पास ‘जलसा’ के अलावा और भी कई प्रॉपर्टीज हैं। ‘प्रतीक्षा’ नामक घर वो जगह है जहां कभी बच्चन परिवार पहले रहा करता था। वहीं ‘जनक’ एक कमर्शियल बिल्डिंग है, जिसका उपयोग ऑफिस और शूटिंग्स के लिए होता है।

क्यों बना रहता है ‘जलसा’ हमेशा सुर्खियों में?
‘जलसा’ सिर्फ एक बंगला नहीं, एक विरासत है। जब भी अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर इसकी कोई तस्वीर या वीडियो साझा करते हैं, वह वायरल हो जाती है। इसके अलावा हर रविवार को ‘जलसा’ के बाहर खड़ी भीड़ खुद में बताती है कि यह घर केवल दीवारों का ढांचा नहीं, बल्कि लोगों की भावनाओं का प्रतीक बन चुका है।