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गुलाब जामुन से लेकर टॉय स्वान तक: क्या-क्या लेकर जा रहे हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ISS मिशन में? जानिए वो ‘सरप्राइज’ भी!
भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की ऐतिहासिक उड़ान में अपने साथ क्या-क्या ले जा रहे हैं? खास मिठाईयों से लेकर गुरु राकेश शर्मा के लिए खास तोहफे तक, हर डिटेल यहां पढ़ें।

भारत के जांबाज एयरफोर्स पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक नई मिसाल कायम करने निकले हैं — देश के सिर्फ दूसरे नागरिक जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कदम रखेंगे। 1984 में राकेश शर्मा के बाद ये उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे शुभांशु ने उड़ान से पहले ही देशवासियों का दिल जीत लिया है।
नासा और इसरो के साझा मिशन Axiom Mission 4 (Ax-4) में शुक्ला बतौर पायलट शामिल हैं। अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर से बुधवार सुबह 12:01 बजे (भारतीय समयानुसार) उनका स्पेस ड्रैगन कैप्सूल रवाना होगा। मिशन में अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के एस्ट्रोनॉट्स भी उनके साथ हैं।
ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने उड़ान से पहले कहा, “मैं सिर्फ उपकरण और इंस्ट्रूमेंट्स नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के सपने और उम्मीदें भी साथ ले जा रहा हूं।” लेकिन इनके बैग में कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जिन्हें जानकर आप मुस्कुरा उठेंगे!
स्पेस में बनेगा हलवा का मजा

अंतरिक्ष में खाने के लिए स्पेशल पैक्ड फूड तो होगा ही, लेकिन शुक्ला अपनी पसंदीदा भारतीय मिठाइयां भी ले जा रहे हैं। “मैं आम का जूस, गाजर का हलवा और मूंग दाल हलवा जरूर ले जाऊंगा। साथी एस्ट्रोनॉट्स के साथ शेयर भी करूंगा,” उन्होंने कहा।
उनकी बहन शुचि शुक्ला ने बताया कि वह योगा और फिटनेस के इतने दीवाने हैं कि हलवा भी उनकी फिटनेस को चैलेंज नहीं कर पाएगा।
प्यारा साथी ‘जॉय’ — सफेद टॉय स्वान

इस मिशन में एक खास पांचवां क्रू मेंबर भी है — एक नन्हा सफेद टॉय स्वान ‘जॉय’। यह केवल डेकोरेशन के लिए नहीं, बल्कि ज़ीरो ग्रैविटी इंडिकेटर है। यानी जैसे ही कैप्सूल माइक्रोग्रैविटी में पहुंचेगा, जॉय हवा में तैरने लगेगा।
क्लासिक भारतीय संस्कृति में हंस को ज्ञान और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है और मां सरस्वती का वाहन भी। कमांडर पैगी व्हिटसन ने बताया कि पोलैंड और हंगरी में भी स्वान को वफादारी और सुंदरता का चिन्ह माना जाता है। जॉय का नाम हंगेरियन एस्ट्रोनॉट कपू ने सुझाया — “एक टीम में खुशी होनी जरूरी है।”
हीरो राकेश शर्मा के लिए ‘सरप्राइज’

शुक्ला ने खुले मंच पर स्वीकार किया कि राकेश शर्मा उनके हीरो और मेंटर हैं। “मैं उनके किस्से सुन-सुन कर बड़ा हुआ हूं। आज उन्हीं की सलाह पर यह सफर कर पा रहा हूं,” उन्होंने कहा। खास बात यह कि ग्रुप कैप्टन शुक्ला उनके लिए कोई खास तोहफा ISS से लेकर लौटने वाले हैं। लेकिन उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया, बोले — “ये सरप्राइज होगा!”
क्यों खास है Ax-4 मिशन?
इस मिशन में कुल 60 साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट होंगे, जिनमें से सात भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के हैं। दो हफ्तों तक ये क्रू ISS पर रहकर विज्ञान की नई ऊंचाइयां छुएंगे।
देश को भरोसा है कि यह पायलट जब लौटेगा, तो न सिर्फ नए ज्ञान के साथ बल्कि भारतीयों के दिलों में और गहरी जगह बना कर लौटेगा।