रेलवे समाचार
ट्रेन से लंबी दूरी का सफर अब होगा महंगा 1 जुलाई से नए किराये का झटका
AC कोच और लंबी दूरी की ट्रेनों का किराया बढ़ेगा, लोकल ट्रेन यात्रियों को राहत — रेल मंत्री ने दी नई व्यवस्था की जानकारी

देशभर में रेल यात्रियों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। अगर आप लंबी दूरी की यात्रा ट्रेन से करने की तैयारी में हैं तो आपकी जेब पहले से थोड़ी ज्यादा ढीली हो सकती है। रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से ट्रेनों के किराये में बढ़ोतरी की तैयारी कर ली है।
सूत्रों के अनुसार यह बढ़ोतरी विशेष रूप से एसी डिब्बों और लंबी दूरी की मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में लागू होगी। वहीं, मुंबई लोकल समेत उपनगरीय ट्रेनों के यात्रियों को राहत दी गई है — उनके किराये में कोई बदलाव नहीं होगा। इतना ही नहीं, मासिक पास (MST) भी पुराने रेट पर ही मिलते रहेंगे।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि भारतीय रेलवे में अलग-अलग ट्रेनों और श्रेणियों का किराया वहां दी जाने वाली सुविधाओं के आधार पर तय होता है। उन्होंने कहा, “विभिन्न प्रकार के यात्री खंडों के लिए रेलवे विशेष ट्रेन सेवाएं चलाता है और समय-समय पर यात्री किराये का मूल्यांकन और युक्तिकरण किया जाता है।”
रेल मंत्रालय का मानना है कि किराया बढ़ोतरी से मिलने वाले अतिरिक्त राजस्व का इस्तेमाल ट्रेनों में सफाई, सुरक्षा और आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाने में किया जाएगा। वहीं रेलवे का दावा है कि आम यात्रियों पर इसका सीधा असर न्यूनतम रखा गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत ट्रेनों समेत प्रीमियम ट्रेनों का किराया पहले से ही सुविधाओं के हिसाब से तय होता है। ऐसे में नई व्यवस्था में उन ट्रेनों के किराये में मामूली बदलाव होगा। बदलाव मुख्य रूप से लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में देखने को मिलेगा।
किन्हें राहत और किन्हें झटका?
राहत: लोकल (सबअर्बन) ट्रेन यात्रियों और मासिक पास धारकों को कोई असर नहीं।
झटका: लंबी दूरी के यात्रियों को कुछ प्रतिशत ज्यादा किराया चुकाना होगा, खासकर एसी कोच में सफर करने वालों को।
अब देखना होगा कि किराया बढ़ने के बाद भी रेलवे अपनी सेवा को कितना बेहतर बना पाता है। यात्री उम्मीद कर रहे हैं कि सफाई, पंक्चुअलिटी और टिकटिंग सुविधा में सुधार होगा ताकि बढ़ा हुआ खर्च जायज महसूस हो।
