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जानिए Jagdeep Dhankhar को इस्तीफे के बाद कितनी मिलेगी पेंशन और क्या रहेंगे उनके फायदे
Jagdeep Dhankhar के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद भी उन्हें मिलती रहेगी खास सुविधाएं और मोटी पेंशन, जानिए कितना मिलेगा हर महीने

हाल ही में देश के उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा। इस कदम के बाद जनता के मन में एक सवाल उठ रहा है – अब जब Jagdeep Dhankhar ने कार्यकाल पूरा नहीं किया, तो क्या उन्हें पेंशन मिलेगी? और अगर मिलेगी, तो कितनी?
सवाल बिल्कुल जायज है। आखिरकार उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद होता है। उनके लिए केंद्र सरकार खास सुविधाएं और भत्ते तय करती है – चाहे वह कार्यकाल में हों या उसके बाद।
इस लेख में हम जानेंगे कि Jagdeep Dhankhar को इस्तीफे के बाद कितनी पेंशन मिलेगी, किन-किन सुविधाओं का वे अब भी लाभ उठा सकेंगे, और यह सब संविधान के किन प्रावधानों के तहत तय होता है।
1. क्या Jagdeep Dhankhar को मिलेगी पेंशन?
जी हां, भारत सरकार की ओर से पूर्व उपराष्ट्रपतियों को एक निश्चित राशि मासिक पेंशन के रूप में दी जाती है।
संविधान में साफ कहा गया है कि पद पर रहे व्यक्ति यदि कार्यकाल पूरा न भी करें, तब भी यदि उन्होंने एक निर्धारित अवधि तक पद संभाला है, तो उन्हें पेंशन मिल सकती है।
Jagdeep Dhankhar, जिन्होंने अगस्त 2022 से लेकर जुलाई 2025 तक लगभग तीन साल का कार्यकाल पूरा किया, इस योग्यता में आते हैं।

2. कितनी मिलेगी पेंशन – आंकड़े में जानिए
सरकार के अनुसार, भारत के उपराष्ट्रपति को वर्तमान में 4,00,000 INR प्रति माह का वेतन मिलता है।
सेवानिवृत्त उपराष्ट्रपतियों को इस वेतन का 50% पेंशन के रूप में प्रदान किया जाता है।
इस हिसाब से Jagdeep Dhankhar को हर महीने लगभग 2,00,000 INR की पेंशन मिलेगी।
यह पेंशन टैक्सेबल होती है, लेकिन इसके अलावा उन्हें कई सुविधाएं बिना किसी अतिरिक्त भुगतान के मिलती रहेंगी।
3. Jagdeep Dhankhar को मिलेंगी ये सुविधाएं भी
पेंशन के अलावा, पूर्व उपराष्ट्रपतियों को जीवनभर कुछ विशेष सुविधाएं भी दी जाती हैं, जो निम्नलिखित हैं:
- Delhi में सरकारी आवास:
उन्हें राजधानी दिल्ली में एक सरकारी बंगला प्रदान किया जाएगा। - स्टाफ और पर्सनल असिस्टेंट:
एक निजी सहायक, एक चौकीदार और एक माली की सुविधा। - फ्री टेलीफोन और बिजली-पानी की सुविधा:
उनके घर पर फोन, बिजली और पानी का बिल सरकार वहन करती है। - फ्री यात्रा की सुविधा:
देशभर में हवाई और रेल यात्रा के लिए मुफ्त टिकट की सुविधा। - Z+ सुरक्षा (केवल आवश्यकता अनुसार):
सुरक्षा आकलन के बाद उन्हें सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
इन सभी सुविधाओं को पूर्व उपराष्ट्रपति के सम्मान और गरिमा बनाए रखने हेतु दिया जाता है।

4. Jagdeep Dhankhar के इस्तीफे का असर और आगे की योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Jagdeep Dhankhar के इस्तीफे पर भावुक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें कई अवसर मिले देश सेवा के लिए और उनका योगदान सराहनीय रहा।
हालांकि विपक्ष का मानना है कि इस्तीफे के पीछे केवल स्वास्थ्य कारण नहीं बल्कि कुछ राजनीतिक कारण भी हो सकते हैं। गौरव गोगोई जैसे विपक्षी सांसदों ने इस इस्तीफे को लेकर सवाल भी उठाए हैं।
इस बीच जनता की नजर इस बात पर भी है कि क्या Jagdeep Dhankhar किसी अन्य भूमिका में लौट सकते हैं? क्या उन्हें किसी राज्यपाल, मंत्री या राजदूत के रूप में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है?
5. जनता की नजर में पेंशन पर बहस – क्या यह सही है?
जब भी किसी बड़े नेता को इतनी भारी पेंशन और सुविधाएं मिलती हैं, तो आम जनता के बीच यह सवाल उठता है – क्या यह न्यायसंगत है?
भारत में कई बुज़ुर्गों को 1000 INR से भी कम की पेंशन मिलती है, वहीं एक पूर्व उपराष्ट्रपति को 2 लाख INR से ज़्यादा।
हालांकि, संवैधानिक पदों पर काम कर चुके व्यक्तियों की जिम्मेदारी और जिम्मेदारियां भी काफी अधिक होती हैं। यह पेंशन उनके सम्मान और भविष्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर दी जाती है।

निष्कर्ष: Jagdeep Dhankhar को क्या मिलेगा आगे?
Jagdeep Dhankhar को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बावजूद न केवल 2 लाख INR मासिक पेंशन मिलेगी, बल्कि वे दिल्ली में सरकारी आवास, स्टाफ, यात्रा सुविधाएं और कई अन्य लाभों के हकदार भी रहेंगे।
इन सभी को मिलाकर यह स्पष्ट है कि एक बार उपराष्ट्रपति बनने के बाद वह व्यक्ति जीवनभर विशेष दर्जे का अधिकारी माना जाता है। अब देखना यह होगा कि Jagdeep Dhankhar आगे किस भूमिका में दिखाई देते हैं।
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