Connect with us

Business

Air India हादसे में नया मोड़ विमान पूरी तरह ठीक था CEO का बड़ा खुलासा

AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में नहीं मिली बोइंग 787-8 में तकनीकी या रखरखाव की कोई खामी, AI 171 की त्रासदी पर CEO कैंपबेल विल्सन ने दी बड़ी प्रतिक्रिया

Published

on

Air India AI 171 हादसे में नया खुलासा: तकनीकी खामी नहीं थी, CEO ने बताया सच्चाई
AI 171 हादसे में नया मोड़, AAIB रिपोर्ट में विमान को पाया गया तकनीकी रूप से सही

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस दर्दनाक हादसे में 260 लोगों की जान गई थी। लेकिन अब इस मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ आया है।

एअर इंडिया के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर कैंपबेल विल्सन ने हाल ही में दिए गए बयान में स्पष्ट किया है कि दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787-8 विमान में न तो किसी तरह की यांत्रिक खराबी थी और न ही रखरखाव में कोई लापरवाही। यह जानकारी उन्हें विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट से मिली है।

द राष्‍ट्रीय एयरलाइन प्रमुख ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए संदेश में यह भी कहा कि उड़ान से पहले ईंधन की गुणवत्ता सामान्य थी, टेक-ऑफ रोल में कोई असामान्यता नहीं पाई गई और दोनों पायलटों ने अनिवार्य ब्रेथलाइज़र टेस्ट सफलतापूर्वक पास किया था। साथ ही उनकी मेडिकल रिपोर्ट भी संतोषजनक थी।

AAIB द्वारा शनिवार को जारी की गई रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि विमान से जुड़े सभी अनिवार्य रखरखाव कार्य समय पर पूरे किए गए थे और तकनीकी स्तर पर कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर विमान और उसके क्रू पूरी तरह तैयार थे, तो यह त्रासदी क्यों हुई?

‘जल्दबाजी में निष्कर्ष न निकालें’, CEO विल्सन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल एक प्रारंभिक रिपोर्ट है और जांच अब भी जारी है। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि रिपोर्ट के आधार पर किसी भी नतीजे पर न पहुंचा जाए। “हम DGCA और जांच एजेंसियों के साथ मिलकर हर पहलू की गहराई से जांच कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि AI के बेड़े में शामिल सभी बोइंग 787 विमानों की जांच तुरंत की गई थी और वे सेवा योग्य पाए गए हैं। “हम सभी अनिवार्य और सुझाई गई जांचें पूरी गंभीरता से कर रहे हैं और यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है,” द एअरलाइन प्रमुख ने दोहराया।

हालांकि, अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि अंतिम रिपोर्ट क्या निष्कर्ष पेश करेगी। इस दुर्घटना के पीछे मानव त्रुटि थी या कोई अन्य अप्रत्याशित वजह – यह जानना देशभर के यात्रियों, पीड़ित परिवारों और एविएशन विशेषज्ञों के लिए बेहद अहम है।