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14 साल की उम्र में इतिहास रचने वाले वैभव सूर्यवंशी बने बिहार रणजी टीम के उपकप्तान
भारत की अंडर-19 टीम में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद अब वैभव सूर्यवंशी को रणजी ट्रॉफी 2025-26 में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
क्रिकेट की दुनिया में अगर कोई नाम हाल ही में तेजी से उभरा है, तो वह है वैभव सूर्यवंशी। महज 14 साल की उम्र में अपनी बल्लेबाजी से रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड तोड़ने वाले इस युवा बल्लेबाज को अब बिहार रणजी टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया है। यह फैसला रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के पहले दो राउंड के लिए लिया गया है। टीम की कप्तानी सकीबुल गनी के हाथों में होगी, जबकि वैभव उनके उपकप्तान के रूप में टीम को नई दिशा देने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धमाकेदार प्रदर्शन
वैभव सूर्यवंशी पहले ही भारत की अंडर-19 टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की धरती पर शतक लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। इंग्लैंड के खिलाफ 5 यूथ वनडे मैचों में वैभव ने 71.00 की औसत और 174.02 के स्ट्राइक रेट से 355 रन बनाए — जो किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए एक सपने जैसा प्रदर्शन है।
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IPL में बनाया इतिहास
2025 के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सीजन में जब राजस्थान रॉयल्स (RR) के इस खिलाड़ी ने गुजरात टाइटन्स (GT) के खिलाफ मात्र 35 गेंदों में शतक लगाया, तब पूरा क्रिकेट जगत हैरान रह गया। वैभव टी20 और IPL के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनके इस कारनामे की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हुई और कई दिग्गज क्रिकेटरों जैसे विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी उनकी तारीफ की।
रणजी में नया चैलेंज
अब वैभव सूर्यवंशी के पास मौका है खुद को घरेलू क्रिकेट में भी साबित करने का। बिहार रणजी टीम में उपकप्तान बनना उनके करियर का अगला बड़ा कदम है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैभव अपनी लय बरकरार रखते हैं, तो आने वाले समय में वह टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं।
बिहार रणजी ट्रॉफी 2025/26 टीम
बिहार की रणजी टीम इस बार संतुलित और ऊर्जावान नजर आ रही है। टीम में शामिल हैं –
पीयूष कुमार सिंह, भाष्कर दुबे, सकीबुल गनी (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी (उपकप्तान), अर्नव किशोर, आयुष लोहारूका, बिपिन सौरभ, अमोद यादव, नवाज खान, साकिब हुसैन, राघवेंद्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार सिंह, हिमांशु सिंह, खालिद आलम, और सचिन कुमार।

भारत का अगला बड़ा सितारा
वैभव सूर्यवंशी सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि नई क्रिकेट पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। 14 साल की उम्र में रणजी जैसी बड़ी जिम्मेदारी मिलना बताता है कि यह खिलाड़ी केवल प्रतिभाशाली नहीं बल्कि बेहद अनुशासित और मानसिक रूप से मजबूत भी है।
उनके कोच और परिवार का कहना है कि वैभव दिन में 6 से 8 घंटे नेट प्रैक्टिस करते हैं। उनका लक्ष्य साफ है — भारत के लिए जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करना। अगर उनका प्रदर्शन इसी तरह जारी रहा तो यह नाम आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट के सुनहरे इतिहास में दर्ज होगा।
