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Anupama 3 जुलाई एपिसोड: जब राही-माही भिड़ीं और अनुपमा ने सड़क को बना दिया स्टेज!

चॉल की महिलाओं को डांस की आज़ादी दिलाने के लिए अनुपमा का संघर्ष जारी, वहीं माही ने राही को बेईमानी से गिराया

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Anupama 3 जुलाई एपिसोड: जब राही-माही भिड़ीं और अनुपमा ने सड़क को बना दिया स्टेज!
अनुपमा ने सड़क को बनाया स्टेज, राही-माही के बीच हुआ डांस वॉर, क्या अब खुद स्टेज पर उतरेगी अनुपमा?

टीवी की दुनिया में दिलों को छू जाने वाली कहानी अनुपमा (Anupama) एक बार फिर दर्शकों के सामने एक ऐसा मोड़ लेकर आई है, जो सिर्फ स्क्रीन नहीं, समाज की सोच को भी झकझोरने की ताकत रखता है। 3 जुलाई के एपिसोड में जहां एक तरफ डांस बना महिलाओं की पहचान की लड़ाई का हथियार, वहीं दूसरी ओर रिश्तों की परतें भी खुलती नज़र आईं।

एपिसोड की शुरुआत होती है पंडित मनोहर के भावुक क्षण से, जब वह फूलों और पौधों के बीच अपनी बीती यादों में खोए होते हैं। तभी एक छात्रा उन्हें धन्यवाद देती है कि उनकी बातों से उसकी मां ने उसे डांस की इजाजत दी। यह पल अनुपमा को एक विचार देता है — क्यों न चॉल की बाकी महिलाओं को भी नृत्य का अधिकार दिलाया जाए?


हालांकि मनोहर पहले सवाल करते हैं कि वो अजनबियों के लिए इतना क्यों कर रही हैं, लेकिन जब अनुपमा जवाब देती हैं, “आप भी तो यही कर रहे हैं,” तो वो भावनाओं में बहकर हामी भर देते हैं।

दूसरी ओर, राही, जो अब अपने डांस क्लास को लेकर चिंतित है, नहीं जानती कि उसकी विरोधी माही उसके खिलाफ षड्यंत्र रच रही है। माही पूछताछ करने वालों को भटका रही है ताकि राही की अकादमी फ्लॉप हो जाए।

जब चॉल की कुछ महिलाओं ने डांस में रुचि दिखाई, तो उनके पतियों का पौरुष जाग गया — उन्होंने साफ मना कर दिया कि उनकी पत्नियां डांस नहीं करेंगी। इस पर अनुपमा और प्रीत स्तब्ध रह जाती हैं। वहीं गौतम, किंजल को चुप कराने के लिए पहले रिश्वत देता है और फिर धमकी।

लेकिन The Dance Queen कहलाई जाने वाली अनुपमा कहां हार मानने वाली थी? वह खुले आसमान के नीचे स्टेज बना लेती हैं और वहीं से डांस सिखाना शुरू करती हैं। पंडित मनोहर उनका साथ देते हैं, और कहते हैं, “तुमने मुझे मेरा डांस दोबारा जीना सिखाया है।”

इसी बीच राही और माही के बीच एक तीखी भिड़ंत होती है। माही तंज कसती है, “तू तो बस अनुपमा की परछाई है,” और बात एक डांस फेस-ऑफ तक पहुंच जाती है। लेकिन माही, जो अब तक चालें चल रही थी, राही को बेईमानी से गिरा देती है — और प्रेम बस चुपचाप खड़ा देखता रहता है।

सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आता है जब पंडित मनोहर, अनुपमा से कहते हैं — “तुम्हें भी डांस करना चाहिए।” क्या अनुपमा एक बार फिर स्टेज पर कदम रखेगी? या अब भी वो अपने डर को नहीं पार कर पाएगी?

प्रीकैप में ट्विस्ट और ड्रामा:
मनोहर का बेटा तरुण लौटता है और अपने पिता पर प्रॉपर्टी पेपर्स साइन करने का दबाव डालता है। लेकिन जब वो सीमा पार करता है, तो अनुपमा पूरे अधिकार से उसके सामने खड़ी हो जाती है और कहती है, “एक कदम और बढ़ाया, तो अंजाम बहुत बुरा होगा।”

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