Cricket
एशिया कप में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का ड्रामा मुरली कार्तिक ने लगाई फटकार कहा बच्चों जैसी हरकत
पीसीबी और चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की जिद में मैच को एक घंटे लेट कराया, मुरली कार्तिक भड़के।
दुबई – एशिया कप 2025 के पाकिस्तान बनाम यूएई मुकाबले में मैच से ज्यादा सुर्खियाँ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की हरकतों ने बटोरीं। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जाने वाले इस ग्रुप-ए मैच की शुरुआत एक घंटे तक टाल दी गई। वजह बनी PCB की यह जिद कि मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को बदला जाए।
दरअसल, भारत बनाम पाकिस्तान मैच (14 सितंबर) के दौरान हुए ‘नो-हैंडशेक’ विवाद के बाद पीसीबी ने पाइक्रॉफ्ट के रवैये पर आपत्ति जताई थी। बोर्ड का कहना था कि उन्होंने क्रिकेट की स्पिरिट को बनाए रखने में असफलता दिखाई। लेकिन ICC ने पीसीबी की मांग को नज़रअंदाज़ करते हुए पाइक्रॉफ्ट को ही मैच रेफरी बनाए रखा।

ठीक मैच शुरू होने से पहले पीसीबी ने प्रेस रिलीज़ जारी कर दावा किया कि पाइक्रॉफ्ट ने ‘माफी मांगी है’। मगर मैच तय समय पर न शुरू होकर पूरे एक घंटे देर से शुरू हुआ।
मुरली कार्तिक का गुस्सा
पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक ने पीसीबी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“पीसीबी बिल्कुल बच्चों जैसी हरकत कर रहा है। अगर स्टैंड लेना है तो लीजिए, लेकिन आधे-अधूरे ड्रामे क्यों? ये तो सीधे तौर पर लोगों को बंधक बनाने जैसा है।”
कार्तिक ने आगे कहा कि यदि पाकिस्तान को रेफरी पर इतनी आपत्ति थी तो उन्हें टूर्नामेंट से हट जाना चाहिए था।
“ये सब देख कर लगता है जैसे कोई बच्चा अपनी बात न मानने पर खिलौने फेंककर गुस्सा दिखा रहा हो। दुनिया भर में ऐसी हरकत को बचकाना ही कहा जाएगा।”

‘यूएई असली पीड़ित’
कार्तिक ने कहा कि इस विवाद की वजह से असली नुकसान यूएई टीम का हुआ, जिनकी तैयारियाँ मैच देरी से बिगड़ गईं। उन्होंने तंज कसा:
“मैच तो तय समय पर होना चाहिए था। नियम के हिसाब से तो पाकिस्तान को वॉकओवर देना चाहिए था। लेकिन यहां राजनीति और ड्रामा ज़्यादा हो रहा है।”
उन्होंने यहां तक कहा कि यह विवाद सिर्फ $16 मिलियन डॉलर की फाइनेंशियल लॉस की वजह से इतना खिंच गया, वरना पाकिस्तान को अपनी बात पर अड़े रहना चाहिए था।

क्रिकेट से ज़्यादा ड्रामा
एशिया कप का यह मुकाबला दिखाता है कि क्रिकेट से ज़्यादा चर्चा PCB के रवैये की हो रही है। क्रिकेट फैंस ने भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान बोर्ड की खूब आलोचना की। कईयों ने इसे एशिया कप की ‘सबसे बचकानी हरकत’ करार दिया।
