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हिमाचल में तबाही का मंजर शिमला में पांच मंजिला इमारत ढही रामपुर में फटा बादल सड़कें मलबे में दबीं
कांगड़ा, सोलन, सिरमौर और मंडी में रेड अलर्ट, तीन नेशनल हाईवे समेत 129 सड़कों पर यातायात ठप, रामपुर में बादल फटने से घर और मवेशी बहे

हिमाचल प्रदेश एक बार फिर प्रकृति के कहर की चपेट में है। शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी शिमला में एक पांच मंजिला इमारत के गिरने से इलाके में दहशत फैल गई, जबकि रामपुर उपमंडल के सरपारा पंचायत में रात दो बजे के करीब बादल फटने की घटना ने लोगों की नींद उड़ा दी।
रामपुर में बादल फटा, घर-मवेशी बहे
रामपुर की सिकासेरी गटूला जगह पर बादल फटने से राजेंद्र कुमार का मकान पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया है। दो कुटार, एक कमरा, किचन और पूरा घरेलू सामान बर्बाद हो गया। विनोद कुमार की एक गाय और खूड बह गए, जबकि गोपाल सिंह का खूड और गाय भी मलबे में समा गए। तहसीलदार रामपुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
शिमला में गिरी इमारत, बाल-बाल बचे लोग
राजधानी शिमला में बारिश के कारण एक पांच मंजिला इमारत धराशायी हो गई। राहत की बात यह रही कि भवन में रहने वाले लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया था, जिससे जान-माल की बड़ी क्षति नहीं हुई। लेकिन यह हादसा इस बात की चेतावनी है कि हिमाचल की कमजोर होती पहाड़ी संरचना और भारी वर्षा का मेल कितना घातक हो सकता है।
सड़कें बंद, गांवों का संपर्क टूटा
बारिश के चलते राज्य में तीन नेशनल हाईवे और 129 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मंडी, सिरमौर, कांगड़ा और सोलन में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए 30 जून को भी रेड अलर्ट जारी किया है।
प्रशासन मुस्तैद, लेकिन चुनौतियां बड़ी
प्रशासन ने एहतियातन रेस्क्यू टीमें, NDRF, SDRF और लोक निर्माण विभाग को अलर्ट पर रखा है। कई जगहों पर ड्रोन से नुकसान का सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। लेकिन खराब मौसम, फिसलन भरी सड़कों और तेज बहाव के कारण राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी, सतर्क रहें लोग
हिमाचल प्रदेश मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 48 घंटे और भी खतरनाक हो सकते हैं। लोगों को घरों में रहने और पहाड़ी इलाकों में यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। हिमाचल की नदियां-नाले उफान पर हैं, और लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।