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Srikant Tiwari Net Worth 2025 — The Family Man की लोकप्रियता से कमाई का दमदार ग्राफ

जानिए ‘द फैमिली मैन’ के खुफिया एजेंट श्रीकांत तिवारी की असली कमाई, करियर ग्रोथ और लग्जरी लाइफस्टाइल से जुड़े अनकहे पहलू

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The Family Man 3' में लौटे श्रीकांत तिवारी, इस बार सामने है ‘देसी विंटर सोल्जर
The Family Man 3' में लौटे श्रीकांत तिवारी, इस बार सामने है ‘देसी विंटर सोल्जर

श्रीकांत तिवारी The Family Man’ वेब सीरीज़ के चर्चित किरदार हैं, जिसे मनोज बाजपेयी ने निभाया है। 2025 तक इस किरदार के ज़रिए उन्होंने इंडस्ट्री में जबरदस्त पहचान और मुनाफा दोनों कमाया है। The Family Man Season 3 के टीज़र के बाद लोग एक बार फिर इस नाम को गूगल कर रहे हैं – जानिए इस किरदार की लोकप्रियता कमाई और पहचान के पीछे की पूरी कहानी।


प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि

श्रीकांत तिवारी एक काल्पनिक किरदार हैं, लेकिन उनकी पृष्ठभूमि बेहद यथार्थवादी दिखाई गई है। वे एक मिडिल क्लास फैमिली मैन हैं, जो एक गुप्त एजेंसी के लिए काम करते हैं और अपनी फैमिली लाइफ को बैलेंस करने की कोशिश करते हैं। इस किरदार की रचना राज और डीके ने की है, और इसे ‘डेली लाइफ हीरो’ की तरह डिज़ाइन किया गया है, जिससे दर्शक जुड़ाव महसूस करें।

इस किरदार की लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि मनोज बाजपेयी की खुद की ब्रांड वैल्यू भी इससे कई गुना बढ़ गई।

'The Family Man 3' में लौटे श्रीकांत तिवारी, इस बार सामने है ‘देसी विंटर सोल्जर’
श्रीकांत तिवारी

करियर की झलकियां

‘The Family Man’ वेब सीरीज़ के पहले सीज़न से ही यह किरदार चर्चा में आ गया। इसके बाद आए दूसरे सीज़न में साउथ स्टार सामंथा रूथ प्रभु के साथ उनकी टकराव ने टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।

यह जासूस-काउंसलर किरदार अपनी जमीनी पृष्ठभूमि, व्यंग्यात्मक अंदाज़ और इमोशनल संघर्ष के कारण न केवल एंटरटेन करता है बल्कि दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर करता है। तीसरे सीज़न में ‘पाताल लोक’ फेम अभिनेता की एंट्री के बाद श्रीकांत तिवारी एक और चुनौतीपूर्ण मिशन पर नज़र आने वाले हैं।


आय के स्रोत

हालांकि श्रीकांत तिवारी एक काल्पनिक किरदार हैं, लेकिन इसे निभाने वाले अभिनेता की कमाई इस किरदार से कई स्तरों पर हुई है:

  • वेब सीरीज़ फीस: मनोज बाजपेयी ने ‘The Family Man’ के हर सीज़न के लिए करोड़ों की फीस ली है।
  • ब्रांड एंडोर्समेंट्स: इस किरदार की लोकप्रियता के बाद मनोज को कई ब्रांड्स के ऑफर मिले, खासकर फैमिली और टेक-प्रोडक्ट्स से जुड़े।
  • इवेंट्स और अवॉर्ड शोज़: श्रीकांत तिवारी की सफलता ने अभिनेता को लाइव शोज़ और फिल्म फेस्टिवल्स में भागीदारी के लिए मोटी फीस दिलवाई।

वर्षों में संपत्ति में वृद्धि

वर्षअनुमानित नेट वर्थ (₹ में)
2021₹28 करोड़
2023₹41 करोड़
2025₹55 करोड़

‘The Family Man’ की सफलता ने सीधे तौर पर अभिनेता की संपत्ति में जबरदस्त उछाल दिया है।


संपत्तियां और लाइफस्टाइल

मनोज बाजपेयी उर्फ़ श्रीकांत तिवारी की असल ज़िंदगी भी उतनी ही सादी लेकिन शाही है। मुंबई में उनका एक आलीशान अपार्टमेंट है। वे ऑडी और मर्सिडीज़ जैसी लग्जरी कारों के शौकीन हैं। विदेश यात्राओं से दूर रहते हुए भी वह अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने को प्राथमिकता देते हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या श्रीकांत तिवारी एक रियल पर्सन हैं?
नहीं, यह एक काल्पनिक किरदार है जिसे अभिनेता मनोज बाजपेयी निभाते हैं।

The Family Man’ से कितनी कमाई होती है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, मनोज बाजपेयी को एक सीज़न के लिए ₹10–12 करोड़ तक मिलते हैं।

क्या यह किरदार आगे किसी फिल्म में दिखेगा?
ऐसी अटकलें हैं कि श्रीकांत तिवारी जल्द ही बड़े पर्दे पर भी नज़र आ सकते हैं।

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Entertainment

Squid Game Season 3 का अंत Gi-hun की कुरबानी से, बाइबिल से ली गई ये कहानी?

Netflix की ब्लॉकबस्टर सीरीज़ “Squid Game” के तीसरे सीज़न में दिखी जबरदस्त बाइबिलीय प्रतीकों की झलक, Gi-hun बना मसीहा तो Cain-Abel की गाथा भी हुई जीवित।

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Squid Game Season 3 में बाइबिल के प्रतीक और Gi-hun की मौत का गहरा मतलब
Squid Game 3 में Gi-hun का अंतिम बलिदान, कहानी बनी बाइबिलीय प्रतीकों और सामाजिक व्यंग्य का मिश्रण

Netflix की चर्चित कोरियन सीरीज़ Squid Game का तीसरा और अंतिम सीज़न रिलीज़ हो चुका है और इस बार इसकी कहानी धार्मिक और नैतिक प्रतीकों से भरपूर रही। निर्माता Hwang Dong-hyuk द्वारा रचित यह सीरीज़ अब एक क्रूर खेल से कहीं ज्यादा एक आध्यात्मिक और सामाजिक व्यंग्य बन चुकी है — खासतौर पर जब इसमें ईसाई धर्म के गहरे बाइबिलीय संदर्भ शामिल किए गए हैं।

तीसरे सीज़न की शुरुआत वहीं से होती है जहां पिछला सीज़न खत्म हुआ था। Gi-hun (जिसे Player 456 के नाम से जाना जाता है) इस बार एक मसीहाई किरदार में दिखता है, जो सामाजिक अन्याय और व्यक्तिगत कुरबानी की लड़ाई लड़ रहा है। उसकी कहानी अब येसु मसीह की तरह पुनरुत्थान, त्याग और मृत्यु की ओर जाती है।


बाइबिल के संदर्भों से गूंथी कहानी
पहले एपिसोड में Gi-hun की “कब्र” से वापसी एक स्पष्ट रूप से पुनरुत्थान का प्रतीक है। जैसे-जैसे एपिसोड आगे बढ़ते हैं, Gi-hun अपनी जान दांव पर लगाकर एक नवजात को बचाता है — एक अंतिम बलिदान जो उसे एक ईश्वरीय नायक की तरह स्थापित करता है।

HODIE MIHI, CRAS TIBI — खिलाड़ी जहां सोते हैं, वहां दीवारों पर यह लैटिन वाक्य दिखाई देता है, जिसका अर्थ है “आज मैं, कल तुम”, जो मृत्यु की अनिश्चितता और जीवन की क्षणभंगुरता को दर्शाता है।

दूसरी ओर, Thanos नामक खिलाड़ी द्वारा इस्तेमाल किया गया क्रॉस भी प्रतीक बन जाता है — जो अन्य खिलाड़ियों के लिए “रियलिटी से भागने” का जरिया है लेकिन अंततः मृत्यु की ओर ले जाता है।

कुरबानी और पाप का दर्शन
इस सीज़न में Abraham और Isaac की बाइबिलीय गाथा की भी झलक मिलती है, जहां एक मां अपने बेटे की हत्या करती है ताकि नवजात बच्चा बच सके। यह डरावना लेकिन गूढ़ दर्शन हमें कुरबानी की पुरानी व्याख्या की याद दिलाता है।

इसी प्रकार, Front Man (In-ho) और Jun-ho के बीच भाई-भाई की टकराव भरी कहानी Cain और Abel की कथा को जीवंत करती है — एक ऐसा रिश्ता जिसे सोशल मीडिया पर भी लोग गहराई से विश्लेषित कर रहे हैं।

Gi-hun की यात्रा का अंत या शुरुआत?
Gi-hun, जो पहले एक दिवालिया और असफल पिता था, अब एक नैतिक नायक बन चुका है। उसका बलिदान, भले ही मृत्यु से समाप्त होता है, लेकिन यह एक आध्यात्मिक विजय भी बन जाता है। निर्माता Hwang Dong-hyuk ने The Korea Times से बातचीत में बताया कि उन्होंने Gi-hun को अमेरिका में अपनी बेटी से मिलवाने का ट्रैक छोड़ा क्योंकि उन्हें यह महसूस हुआ कि “यह कहानी असल में आज की दुनिया की है — और वह यहीं खत्म होनी चाहिए।”

पूंजीवाद, धर्म और मानवता पर टिप्पणी
“Squid Game” का अंतिम सीज़न दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या आज के दौर की नैतिकता, धर्म और व्यवस्था वाकई मानवता को बचा पाएगी? अमीर और शक्तिशाली अंत में फिर भी सुरक्षित निकल जाते हैं, जबकि Gi-hun जैसा एक आम आदमी दुनिया को बचाने के लिए अपनी जान दे देता है।

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Entertainment

‘पंचायत’ Recap: सचिव जी के ट्रांसफर से प्रधान जी पर गोली तक, सीजन 4 से पहले जानिए पूरी कहानी

चंदन रॉय और जितेंद्र कुमार की पंचायत सीरीज का चौथा सीजन 24 जून को आने वाला है, उससे पहले रिफ्रेश कर लें पिछली कहानी

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Panchayat Season 4 Recap: Know The Full Story Before New Release | Dainik Diary
‘पंचायत’ सीजन 4 से पहले फुलेरा गांव के किस्सों की एक झलक

अमेज़न प्राइम वीडियो की सबसे पसंदीदा कॉमेडी-पॉलिटिकल ड्रामा सीरीज ‘पंचायत’ का चौथा सीजन अब बस रिलीज़ होने ही वाला है। फैंस बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं कि आखिर किसने प्रधान जी पर गोली चलाई और गांव की राजनीति में अब कौन बाज़ी मारेगा। नए सीजन में पंचायत चुनाव भी है, तो ड्रामा और सस्पेंस दोनों भरपूर मिलेगा। लेकिन उससे पहले आइए जल्दी से रीकैप कर लेते हैं — क्या कुछ हुआ था ‘फुलेरा’ गांव में!

पंचायत सीजन 1:
कहानी की शुरुआत होती है एक ताज़ा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) से, जो नौकरी की कमी के चलते पंचायत सचिव बनकर फुलेरा गांव पहुंचते हैं। गांव की हालत, सुविधाओं की कमी और नेताओं की चालबाजियां उसे बहुत खटकती हैं। CAT एग्जाम फेल होने के बाद वो हार मान लेता है, लेकिन गांववालों के साथ घुलने-मिलने के बाद उसे नया हौसला मिलता है।

पंचायत सीजन 2:
सीजन 2 में अभिषेक लौटता है फुलेरा अपने दूसरे साल के लिए। इस बीच गांव में नई राजनीतिक दुश्मनी जन्म लेती है — भूषण और क्रांति देवी मिलकर प्रधान जी उर्फ मंजू देवी और उनके पति बृज भूषण को चुनाव में घेरने की कोशिश करते हैं। अभिषेक अब गांववालों, खासकर विकास, प्रह्लाद और प्रधान जी के परिवार के करीब आ जाता है। रिंकी और अभिषेक के बीच भी एक प्यारी सी बॉन्डिंग शुरू हो जाती है। कहानी का सबसे इमोशनल हिस्सा तब आता है जब प्रह्लाद के बेटे, जो सैनिक था, देश के लिए शहीद हो जाता है। पूरा गांव एकजुट होकर उसे संभालता है।


पंचायत सीजन 3:
तीसरे सीजन में भूषण का गठजोड़ हाल ही में रिहा हुए MLA चंद्रकिशोर सिंह से होता है। गांव में माहौल गर्म हो जाता है। शांति बैठक में सिंह कबूतर मारने की बात कह देता है, जिससे उसकी छवि और बिगड़ जाती है। दूसरी तरफ अभिषेक CAT एग्जाम देने कानपुर जाता है, तभी खबर आती है कि नकाबपोशों ने बस स्टैंड पर प्रधान जी पर गोली चला दी। अभिषेक भागता हुआ गांव लौटता है लेकिन चंद्रकिशोर सिंह के गुर्गों से भिड़ जाता है और पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती है। यहीं सीजन 3 एक धमाकेदार क्लिफहैंगर पर खत्म होता है।


अब सीजन 4 में पंचायत चुनावों के साथ मंजू देवी और क्रांति देवी की जंग, अभिषेक और रिंकी की नजदीकियां और बहुत कुछ अनएक्सपेक्टेड देखने को मिलेगा। तो 24 जून को अपना प्राइम वीडियो तैयार रखिए, फुलेरा की राजनीति फिर से हंसी और ड्रामा लेकर लौट रही है!

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