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YouTube का बड़ा फैसला ट्रेंडिंग पेज होगा बंद क्रिएटर्स की कमाई पर पड़ सकता है असर

दुनियाभर में YouTube ने लाखों लोगों को शोहरत और पैसा दोनों ही दिया है। भारत में भी कई लोग अपनी जॉब छोड़कर यूट्यूब और रील्स को फुल-टाइम करियर के रूप में अपनाते जा रहे हैं। लेकिन अब यूट्यूब क्रिएटर्स के लिए एक बड़ी खबर आई है — कंपनी ने अपने ट्रेंडिंग पेज को बंद करने का ऐलान कर दिया है।
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यूट्यूब का ट्रेंडिंग पेज सालों से क्रिएटर्स के लिए एक अहम टूल रहा है। यहां से उन्हें पता चलता था कि किस तरह का कंटेंट इस समय सबसे ज्यादा देखा जा रहा है, ताकि वे उसी ट्रेंड के हिसाब से वीडियो बना सकें और जल्दी वायरल हो सकें। लेकिन अब यह सुविधा खत्म हो रही है।
2015 में शुरू हुआ था ट्रेंडिंग टैब
यूट्यूब ने साल 2015 में ट्रेंडिंग टैब लॉन्च किया था। यह टैब ऐसे वीडियो को हाईलाइट करता था जो तेजी से लोकप्रिय हो रहे होते थे — चाहे वो वायरल सनसनी, ताजा समाचार, नए म्यूजिक रिलीज़, या किसी बड़े इवेंट के हाइलाइट्स हों। बीते 10 सालों में यह फीचर क्रिएटर्स और दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय रहा।
मोनेटाइजेशन पॉलिसी में भी बदलाव
यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब यूट्यूब पहले ही 15 जुलाई 2025 से अपनी मोनेटाइजेशन पॉलिसी में बदलाव का ऐलान कर चुका है। नए नियमों के तहत मास-प्रोड्यूस और रिपीटेड कंटेंट पर सख्ती बरती जाएगी। अब केवल वही क्रिएटर्स कमाई कर पाएंगे जिनका कंटेंट नया, यूनिक और ओरिजिनल होगा।

क्या बदलेगा क्रिएटर्स के लिए?
ट्रेंडिंग पेज के बंद होने के बाद, कंटेंट आइडियाज के लिए क्रिएटर्स को नई रणनीति अपनानी होगी। कंपनी इसके बदले कैटेगरी स्पेसिफिक चार्ट्स पेश करेगी, जिसमें अलग-अलग लिस्ट जैसे — ट्रेंडिंग म्यूजिक वीडियो, वीकली टॉप पॉडकास्ट, शो और ट्रेंडिंग मूवी ट्रेलर्स शामिल होंगे। आने वाले समय में इन चार्ट्स में और भी कंटेंट कैटेगरी जोड़ी जा सकती हैं।
पर्सनलाइज्ड रिकमेंडेशन जारी रहेंगे
यूट्यूब ने स्पष्ट किया है कि यूज़र्स को पर्सनलाइज्ड वीडियो सजेशन मिलते रहेंगे, ताकि वे अपनी रुचि के अनुसार नया कंटेंट खोज सकें। इसके अलावा, क्रिएटर्स के लिए ऐसे टूल भी उपलब्ध रहेंगे जिनसे वे देख सकें कि उनकी ऑडियंस के बीच क्या लोकप्रिय है।
असर और चुनौतियां
ट्रेंडिंग टैब के बंद होने से नए और छोटे क्रिएटर्स को झटका लग सकता है, क्योंकि उन्हें वायरल ट्रेंड्स तक सीधा एक्सेस नहीं मिलेगा। अब उन्हें अपनी रिसर्च और क्रिएटिविटी के दम पर ही दर्शकों का ध्यान खींचना होगा। हालांकि, यूट्यूब का मानना है कि नई चार्ट लिस्ट और पर्सनलाइज्ड सुझाव लंबे समय में दर्शकों और क्रिएटर्स दोनों के लिए बेहतर अनुभव देंगे।