Cricket
शांता रंगस्वामी का सुझाव, ‘हर्मनप्रीत कौर से कप्तानी बदलने का समय आ गया है’, स्मृति मंधाना को कप्तान बनाने की सलाह
पूर्व भारतीय कप्तान शांता रंगस्वामी ने दी सलाह, भविष्य के लिए स्मृति मंधाना को बनाना चाहिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत के बावजूद, पूर्व भारतीय कप्तान शांता रंगस्वामी का मानना है कि यह समय है कि हर्मनप्रीत कौर से कप्तानी का जिम्मा लिया जाए और इसे स्मृति मंधाना को सौंपा जाए।
रंगस्वामी ने पीटीआई से एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि कप्तानी का बदलाव अब बहुत जरूरी है, और यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य और हर्मनप्रीत कौर के लिए भी फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा,
“यह बदलाव बहुत समय पहले किया जाना चाहिए था। हर्मन, बल्लेबाज और क्षेत्ररक्षक के रूप में शानदार हैं, लेकिन कभी-कभी रणनीतिक निर्णयों में चूक हो जाती है। अगर हर्मन को कप्तानी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए, तो वह और भी ज्यादा योगदान दे सकती हैं।”

कप्तानी की बागडोर स्मृति मंधाना के हाथों में
रंगस्वामी ने कहा कि यह फैसला 2029 के वनडे वर्ल्ड कप और अगले साल के टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए लिया जाना चाहिए, ताकि टीम को भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।
उन्होंने कहा,
“स्मृति मंधाना को हर फॉर्मेट में कप्तान बनाया जाना चाहिए। यह कदम भविष्य के वर्ल्ड कप के लिए तैयारी के तहत होना चाहिए।”
रंगस्वामी ने यह भी बताया कि एक स्पष्ट नेतृत्व योजना भारतीय क्रिकेट को सिर्फ वर्ल्ड कप जीतने तक सीमित नहीं रहने देगी, बल्कि टीम की स्थिरता बनाए रखेगी।
हर्मनप्रीत कौर के लिए कप्तानी का बोझ हटना फायदेमंद
रंगस्वामी ने यह भी माना कि वर्ल्ड कप जीतने के बाद कप्तानी बदलने की बात आमतौर पर लोकप्रिय नहीं होती, लेकिन उन्होंने इसे भारतीय क्रिकेट और हर्मनप्रीत के हित में बताया।
उन्होंने कहा,
“देखिए, जब यह बदलाव इतनी बड़ी सफलता के बाद किया जाता है, तो इसे अच्छा ही लिया जाएगा, लेकिन भारतीय क्रिकेट और हर्मन के हित में यह कदम जरूरी है। हर्मन के पास अभी तीन-चार साल का समय है, और बिना कप्तानी के वह और भी बेहतरीन क्रिकेट खेल सकती हैं।”

गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर ध्यान देने की जरूरत
रंगस्वामी ने भारत की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा,
“हमारे समय में बल्लेबाजी कमजोर कड़ी हुआ करती थी, लेकिन अब बल्लेबाजी काफी मजबूत है। गेंदबाजी पर अभी ध्यान देने की जरूरत है। क्षेत्ररक्षण भी बेहतर हो सकता है।”
रंगस्वामी ने ऑस्ट्रेलिया को उदाहरण के रूप में लिया, जिन्होंने अपनी गेंदबाजी के कारण वर्ल्ड कप हारने का सामना किया था।
महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक बदलाव
रंगस्वामी ने भविष्य में महिला क्रिकेट के लिए इस जीत के परिवर्तनकारी प्रभाव की भविष्यवाणी की।
उन्होंने कहा,
“दस साल बाद, आप देखेंगे कि इस जीत का महिला क्रिकेट पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा। यह लाखों लड़कियों को क्रिकेट को अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा।”
