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Bihar

बिहार को मिलने जा रही है पहली न्यूक्लियर पावर प्लांट की सौगात, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का बड़ा ऐलान

न्यूक्लियर पावर प्लांट और 1000 मेगावॉट बैटरी स्टोरेज यूनिट की स्थापना से बिहार की बिजली व्यवस्था को मिलेगा नया जीवन, केंद्रीय मंत्री ने की आधिकारिक घोषणा

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बिहार को पहली न्यूक्लियर पावर प्लांट की सौगात, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने की बड़ी घोषणा
"केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल बिहार में न्यूक्लियर पावर प्लांट की घोषणा करते हुए, ऊर्जा क्षेत्र में नए युग की शुरुआत"

बिहार की ऊर्जा व्यवस्था को लेकर एक बड़ी घोषणा करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को कहा कि राज्य में जल्द ही न्यूक्लियर पावर प्लांट और 1000 मेगावॉट बैटरी स्टोरेज यूनिट स्थापित की जाएगी। यह बिहार के लिए ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम होगा, जो न केवल राज्य की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि आने वाले वर्षों में विकास की रफ्तार को भी बढ़ाएगा।


पूर्वी क्षेत्र ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बिहार सरकार की मांग पर राज्य में एक न्यूक्लियर पावर प्लांट की स्थापना को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है। अब यह राज्य पर निर्भर है कि वह इसके लिए उपयुक्त स्थान निर्धारित करे।”

ऊर्जा सुधारों के लिए मिली सराहना
उन्होंने बिहार सरकार द्वारा बिजली क्षेत्र में किए गए सुधारों की जमकर सराहना की। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बिहार ने एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल लॉस (AT&C) में कटौती की है, 80 लाख स्मार्ट मीटर लगाए हैं और वितरण प्रणाली में बड़ा सुधार किया है। ये सारे कदम बधाई के पात्र हैं।”

बैटरी स्टोरेज प्लांट से मिलेगा बैकअप सपोर्ट
केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि बिहार में 1000 मेगावॉट क्षमता वाला बैटरी स्टोरेज यूनिट भी लगाया जाएगा, जिससे विशेष रूप से रिन्यूएबल एनर्जी के तहत बिजली आपूर्ति में बैकअप सपोर्ट सुनिश्चित हो सकेगा।

बिजली संकट के लिए विशेष आवंटन
बिहार को गर्मियों में संभावित बिजली संकट से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने अगले 6 महीनों के लिए अतिरिक्त 500 मेगावॉट बिजली आवंटन की मंजूरी दे दी है। मंत्री ने कहा, “जो राज्य जरूरत जताएंगे, उन्हें केंद्रीय कोटे से पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।”

देश बना ‘पावर सरप्लस’ राष्ट्र
“भारत अब पावर सरप्लस देश बन चुका है। आज हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ-साथ अन्य देशों को भी बिजली निर्यात कर रहे हैं,” केंद्रीय मंत्री ने कहा। उन्होंने बताया कि पिछले साल देश में पीक पावर डिमांड 250 गीगावॉट थी, जो इस साल 270 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन फिलहाल यह 242 गीगावॉट के स्तर पर है।

साइबर सुरक्षा पर भी दिया गया ज़ोर
मनोहर लाल ने साइबर अटैक से निपटने के लिए ‘Operation Sindoor’ का हवाला देते हुए बताया कि “हमारे ग्रिड सिस्टम ने उस हमले को झेला और संरक्षित रहा।” उन्होंने आइलैंडिंग स्कीम्स जैसे उपायों की आवश्यकता भी बताई, जिससे भविष्य में साइबर घटनाओं से बचाव किया जा सके।

बिहार के लिए एक नया युग
बिहार में न्यूक्लियर पावर प्लांट की स्थापना न सिर्फ राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। यह निर्णय राज्य की प्रगति में मील का पत्थर साबित हो सकता है, खासकर जब केंद्र और राज्य दोनों की सरकारें मिलकर इस दिशा में काम कर रही हैं।

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