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मुरादाबाद में रामगंगा का जलस्तर घटा लेकिन परेशानियां बरकरार आज रात और 10-15 सेमी पानी घटने के आसार
9 अगस्त को रामगंगा नदी में पानी का स्तर 10-15 सेंटीमीटर कम हुआ, मगर बाढ़ से प्रभावित इलाकों में हालात अब भी सामान्य नहीं। मौसम विभाग ने आज रात और गिरावट की संभावना जताई है।

मुरादाबाद में पिछले कई दिनों से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे नागरिकों को 9 अगस्त को थोड़ी राहत मिली है। रामगंगा नदी का जलस्तर 10-15 सेंटीमीटर तक घटा है, जिससे खतरे का स्तर थोड़ा कम हुआ है। हालांकि, स्थानीय लोगों की परेशानियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। पानी घटने के बावजूद निचले इलाकों में जलभराव, टूटी सड़कें और प्रभावित घरों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
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रामगंगा किनारे बसे मोहल्लों में बचाव दल और नगर निगम के कर्मचारी लगातार काम में जुटे हैं, लेकिन जिन घरों में पानी भर गया था, वहां गंदगी और मच्छरों का खतरा बढ़ गया है। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अगर मौसम साफ रहा तो आज रात और 10-15 सेंटीमीटर पानी कम हो सकता है, जिससे कुछ इलाकों में हालात सुधरेंगे।
नदी के जलस्तर में कमी का श्रेय पिछले 24 घंटों में हुई कम बारिश और बांध से पानी छोड़े जाने की रफ्तार घटने को दिया जा रहा है। लेकिन फिर भी, रामगंगा विहार, जामा मस्जिद, ताजपुर और आसपास के मोहल्लों में लोगों को घरों में फंसे रहना पड़ रहा है। कुछ जगहों पर प्रशासन ने नाव के जरिए जरूरी सामान और दवाइयां पहुंचाने की व्यवस्था की है।
स्थानीय लोग अब भी बिजली कटौती, पीने के पानी की कमी और सड़क संपर्क टूटने जैसी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। व्यापारी वर्ग का कहना है कि बाढ़ की वजह से उनका कारोबार ठप हो गया है। कई दुकानों में पानी भर जाने से सामान खराब हो चुका है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि हालांकि अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना कम है, लेकिन नदियों के किनारे रहने वाले लोग सतर्क रहें। प्रशासन ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और सिर्फ सरकारी अपडेट पर भरोसा करें। राहत शिविरों में फिलहाल करीब 500 से ज्यादा लोग रह रहे हैं, जहां भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।
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